मधुबनी। जिला मुख्यालय में सत्तारूढ दल जदयू का जिला कार्यालय आजतक नहीं बन पाया।जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राज्य सभा सांसद संजय कुमार झा के गृह जिला मधुबनी मुख्यालय में पार्टी कार्यालय स्थापित नही रहने पर निरंतर कार्यकर्ताओं की टिप्पणी होती रहती।पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता ने गुरुवार को जिला में पार्टी के निर्बल संगठन पर भी आवाज उठाया।
जिला मुख्यालय में दिनभर इधर-उधर चाय नाश्ता की दूकान पर पार्टी ‘पालिटिक्स’ की लम्बी- चौड़ी बातें यहां होती रहती।जदयू के समर्पित कट्टर समाजवादी कार्यकर्ता ने इस बाबत बताया कि ‘ मुसाफिर हूं यारों,न घर है न ठिकाना ‘ की अक्षरशः स्थिति सत्तारूढ दल जदयू कार्यकर्ताओं के लिए यहां सटीक बैठता।नीतीश कुमार के मुख्यमंत्रित्व काल से पूर्व समता पार्टी के समय से ही हमलोग दलीय राजनीतिक प्रतिबद्धता को आत्मसात किया।जिला में कई राजनीतिक झंझावातों के वाबजूद अद्यतन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति अप्रतिम मनोभाव से जुड़ाव रहा।निष्ठावान पार्टी का सिपाही बनकर झंडा ढोता रहा।जदयू के स्थापित वरीय कार्यकर्ता समाजवादी चिन्तक ने मुख्यालय में पार्टी कार्यालय नही रहने से उत्पन्न विभिन्न कठिनाईयों की खुलकर भर्त्सना किया।
मधुबनी जिला में दो संसदीय क्षेत्र हैं।बीते लोकसभा चुनाव में झंझारपुर संसदीय क्षेत्र से जदयू उम्मीदवार रामप्रीत मंडल की जीत हुई। जिला में दस विधान सभा क्षेत्रों में तीन सीट पर जदयू विधायक विराजमान हैं।जिला में बाबूबरही विधान सभा क्षेत्र से श्रीमती मीना कामत जदयू विधायक हैं।बर्ष 2020 में चुनाव जीतने के बाद अद्यतन विधायक मीना कामत को मुख्यालय में नहीं देखा गया।मधुबनी में कभी भी किसी मुद्दा पर यहां आमजनों अथवा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ‘नीक- बेजाय’ में भाग लेते नहीं देखा गया।अपने ससुराल में समाजवादी चिंतक स्व पूर्व मंत्री कपिल देव कामत की करतब व राजनीतिक विरासत में मिली टिकट पर बाबूबरही से जदयू विधायक बन गईं।विधायक मीना कामत को पार्टी संगठन व जिला कार्यालय स्थापना से कोई लेना- देना नहीं।हरलाखी से जदयू विधायक सुधांशु कुमार को भी राजनीतिक विरासत में ही पार्टी में इन्ट्री हुई। क्षेत्र में अपनी वजूद संकट से जूझ रहे जदयू विधायक
सुधांशु कुमार का जिला में पार्टी संगठन व मुख्यालय के कार्यकर्ता से क्या लेना- देना बनेगा।जिला के फुलपरास विधान सभा क्षेत्र से बर्ष 2020 के चुनाव में जदयू के तत्कालीन स्थापित सीटींग विधायक गुलजार देवी का पत्ता साफ कर दिया गया।पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यपाल रहे स्व धनिक लाल मंडल की राजनीतिक विरासत का लाभपरक अगुवाई में श्रीमती शीला मंडल को जदयू की टिकट पाकर यहां से विजयी होकर विधायक बनी।जदयू के खासे दबंग हस्ती की पहल से काबीना मंत्री बनाई गईं।दो- दो बार सरकार गठन में परिवहन विभाग का जिम्मा मिला।
मंत्रिपरिषद की गुरूतर भार के कारण इन्हे जिला में पार्टी संगठन व कार्यकर्ताओं की मेलजोल का समय ही नही मिलता।जदयू के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा के गृह जिला मधुबनी में पार्टी कार्यालय नही रहना, सांगठनिक ढांचा में बिखराव, कार्यकर्ताओं के साथ समय-समय पर कोई बैठक नहीं होना,जनप्रतिनिधियों का कार्यकर्ता से सीधा सम्पर्क नहीं करना, जदयू पार्टी की हतप्रभ मनोदशा को दर्शाना बताया।इस सन्दर्भ में जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डा संजीव कुमार झा ने बताया कि पिछले दिन स्थानीय चन्द्रा कॉम्प्लेक्स अभिनन्दन आभार कार्यक्रम आयोजित की गई।
अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने खुला मंच से जिला मुख्यालय में अविलम्ब पार्टी कार्यालय खोलने की सख्त जरूरत बताया।जदयू जिलाध्यक्ष को मधुबनी मुख्यालय में कार्यालय स्थापित करने का निर्देश दिया।अवसर पर झंझारपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद रामप्रीत मंडल ने बताया कि जिला में जदयू की मजबूत सांगठनिक ढांचा व पार्टी कार्यकर्ताओं की चट्टानी एकता चहुंओर दृष्टव्य है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ग्रास रूट पर जीरो टॉलरेंस के साथ लाभपरक लाभ आमजनों को मिल रहा।