इंदौर-जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (22191) का शनिवार को बड़ा हादसा होने से टल गया, हालांकि शनिवार की सुबह ट्रेन की दो बोगियां पटरी से उतर गईं इससे हड़कंप मच गया, लेकिन कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है ट्रेन जबलपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर छह पर पहुंची थी उसी समय यह हादसा हुआ इससे यातायात प्रभावित हुआ
रेलवे अधिकारियों ने हादसे की पुष्टि की और कहा कि इस घटना के दौरान कोई यात्री घायल नहीं हुआ पटरी से उतरे डिब्बे इंजन के ठीक पीछे प्लेटफॉर्म से करीब 25 फीट की दूरी पर स्थित थे
इंदौर-जबलपुर ओवर नाइट एक्सप्रेस सुबह पांच बजकर 40 मिनट पर दुर्घटना की शिकार हुई ट्रेन का निर्धारित आगमन समय सुबह 5.35 बजे है ट्रेन उस समय जबलपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंच रही थी उसी समय यह हादसा हुआ
जबलपुर रेलवे प्लेटफॉर्म के पास हुआ हादसा
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेन उस समय प्लेटफॉर्म पर पहुंचने ही वाली थी उस समय दो डिब्बों के पटरी से उतर जाने से यात्रियों में हड़कंप मच गया सूचना मिलते ही रेल अधिकारी मौके पर पहुंचे और हादसे के कारण की जांच की जा रही है
हादसे के बाद लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को रोक दिया और अन्य डिब्बों को घसीटने से बचाया पश्चिम मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि जब यह घटना हुई, तब ट्रेन 5 किमी प्रति घंटे की गति से चल रही थी
उन्होंने कहा कि हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक यातायात बाधित रहा उसके बाद मरम्मत का काम किया गया 10 बजकर 53 मिनट पर मरम्मत का पूरा काम हो गया है
रेलवे की गठित की जांच कमेटी
हादसे की जांच के लिए रेल प्रशासन ने एक कमेटी की गठित की है यह जांच कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी लेकिन रेल अधिकारी का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह जानकारी सामने आयी है कि लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया है हादसे के वक्त लोको पायलट ने आबाज आते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाया इससे बड़ा हादसा टल गया है
इससे पहले 17 अगस्त को वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस की 22 बोगियां उत्तर प्रदेश में कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच ब्लॉक सेक्शन में पटरी से उतर गई थी