उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के धमोरा स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में छात्रों के कलावा व तिलक लगाने के विरोध का मामला सामने आया है स्कूल की दो छात्राओं ने शिक्षिका पर कलावा बांधकर और तिलक लगाकर आने से मना करने का आरोप लगाया छात्राओं को कवाला और तिलक लगाने से रोकने पर शिक्षिका को स्कूल से हटा दिया गया
वहीं इसकी जानकारी होने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज पहुंचकर प्रिंसिपल और कॉलेज कमेटी के पदाधिकारियों से मिलकर नाराजगी जाहिर की और शिक्षिका को हटाने की मांग की, जिसके बाद शिक्षिका को कॉलेज से हटा दिया गया जानकारी के मुताबिक, शिक्षिका दूसरे संप्रदाय की है
दूसरे संप्रदाय की है शिक्षिका
शहजादनगर थाना क्षेत्र के धमोरा स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में क्षेत्र के हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं वहीं कॉलेज में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने दूसरे संप्रदाय की शिक्षिका पर आरोप लगाया था कि वो कॉलेज में कलावा और तिलक लगाकर आने से मना करती हैं दोनों छात्राओं ने शिक्षिका द्वारा मना किए जाने की जानकारी अपने परिजनों को दी
परिजनों को दी थी जानकारी
कॉलेज के प्रिंसिपल संजय कुमार ने बताया कि कॉलेज में हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं वहीं दो छात्राओं ने महिला शिक्षक पर कलावा और तिलक लगाकर आने से मना करने का आरोप लगाया है वहीं बुधवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ता कॉलेज में आए थे और शिक्षिका पर आरोप लगाया शिक्षिका पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कॉलेज कमेटी से शिक्षिका को हटाने की मांग की प्रिंसिपल ने शिक्षिका और दोनों छात्राओं से बात करने के बाद कहा कि जिस शिक्षिका पर छात्राओं ने आरोप लगाया है उसे हटा दिया गया है शिक्षिका प्राइवेट टीचर के रूप में काम कर रही थीं
प्रिंसिपल संजय कुमार ने कहा कि शिक्षिका को हटा दिया गया है वह प्राइवेट तौर पर कार्य करती थीं हालांकि शिक्षिका ने खुद पर लगाए गए आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि हालांकि छात्राओं ने इसकी जानकारी हमें या कॉलेज के किसी भी शिक्षक को नहीं दी थी