जिस बड़ी रेल लाइन की मंजूरी वी एम सिंह के प्रयास से 2007 में मिल गई थी, उसका कार्य पूरा करने में 4 सरकारों ने 17 साल लगा दिए

पीलीभीत। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने पूरनपुर के एक होटल में प्रेस वार्ता कर पीलीभीत से लखनऊ व पीलीभीत से शाहजहांपुर छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन कन्वर्जन करने के लिए मंजूरी दिलाने के लिए वी एम सिंह जी के नेतृत्व में 2006 में हुए आंदोलन की जानकारी दी ।

पीलीभीत से लखनऊ की जिस बड़ी लाइन का राजनीतिक श्रेय लेने के लिए कई नेता खड़े हो जाते हैं, उसे छोटी लाईन से बड़ी लाइन कन्वर्जन करने के लिए 15 अगस्त 2006 में वी एम सिंह जी ने धरना प्रदर्शन करके तत्कालीन मनमोहन सरकार से पास करवाया था।दो बार मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने उत्तराखंड बनने से पहले जब संसद में सवाल किया कि पीलीभीत से लखनऊ रेल लाइन बड़ी कब होगी तो इन्हे जवाब मिला कि यह लाइन बड़ी नही होगी । लखीमपुर खीरी से भाजपा सांसद रहे रवि वर्मा ने भी जब थी प्रशन सांसद में उठाया तो उन्हे भी थी जवाब मिला था।पीलीभीत से भाजपा सांसद मेनका गांधी ने भी जब संसद में थी प्रशन किया तब इन्हे जवाब मिला कि यह रेल लाइन बड़ी नही हो सकती इसका सर्वे फेल हो गया है । तराई क्षेत्र के कई नेताओं के प्रयास विफल हो गए थे।इसके बाद 25 अगस्त 2006 में वी एम सिंह जी के नेतृत्व में पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर आंदोलन हुआ था और वी एम सिंह जी ने केंद्र की यूपीए सरकार की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया था और उन्होंने बड़ी रेल लाइन बनाने का आश्वासन दिया था।

जिसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह ने 2007 के चुनाव में पुरनपुर में वी एम सिंह की सभा में कहा कि पीलीभीत से लखनऊ व पीलीभीत से शाहजहांपुर का छोटी लाईन से बड़ी लाइन का कन्वर्जन वी एम सिंह के कहने पर मंजूर कर दिया गया है, वो अलग बात है की श्रेय लेने के लिए हर पार्टी के नेता खड़े हो गए हैं।आज तक अपने देखा हाल्ट से स्टेशन बनते देखा होगा, लेकिन पहली बार हुआ है कि कुरैया खुर्द को रेलवे स्टेशन से हाल्ट बना दिया गया । जिसके लेकर भाजपा विधायक विनोद तिवारी ने काफी प्रयास किया लेकिन रेलवे स्टेशन को हाल्ट में तब्दील करने को रोक नहीं पाए।भगवान श्री राम जी ने 14 साल का बनवास काटा था, लेकिन पीलीभीत की जनता को राम राज्य में 17 साल का बनवास कटना पड़ा । इस 17 साल में पीलीभीत से सांसद भाजपा के ही रहे हैं, फिर भी जिस बड़ी रेल लाइन की मंजूरी वी एम सिंह जी के प्रयास से 2007 में मिली थी, उसका कार्य पूरा करने में केंद्र की 4 सरकारों (2007-09, 2009-2014 कांग्रेस सरकार व 2014-19, 2019-2024 भाजपा सरकार) को 17 साल का समय लग गया।आज भी वी एम सिंह जी के नेतृत्व में राष्ट्रिय किसान मज़दूर संगठन जनपद पीलीभीत की विभिन्न समस्याओं को लेकर बीसलपुर मंडी में धरना प्रदर्शन कर रहा है । 4 सितंबर को धरने में पहुंचकर वी एम सिंह जी किसानों को संबोधित करेंगे ।

Related Articles

Back to top button