हाल ही में एक विदाई पार्टी में नाचते-नाचते दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल को अचानक हार्ट अटैक आया और जब तक उसे अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो गई उससे पहले नैनीताल में अपनी मेहंदी की रस्म के दौरान डांस करते हुए एक दुल्हन को सडन कार्डिएक अरेस्ट आ गया और मौके पर ही उसकी जान चली गई पिछले कुछ साल से ऐसी घटनाएं अक्सर देखने को मिल रही हैं, जब नाचते, बैठे, चलते या क्रिकेट खेलते हुए युवाओं की दिल के दौरा पड़ने से तुरंत मौत हो रही है आपने कभी सोचा है कि नाचना तो हेल्दी एक्सरसाइज में आता है, फिर नाचने के बाद हार्ट अटैक से मौतों के ऐसे मामले क्यों सामने आ रहे हैं?
दरअसल ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नई दिल्ली के डिपार्टमेंट ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रोफेसर पद्मश्री डॉ. नितीश नायक कहते हैं कि सडन कार्डिएक अरेस्ट से पहले भी मौतें होती थीं लेकिन पहले इनका पता नहीं चल पाता था, आजकल ऐसी घटना तेजी से लोगों तक पहुंच जाती है हालांकि फिर भी कुछ चीजें हैं जिनसे अचानक हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट का कनेक्शन देखा जा रहा है
लोगों की लाइफस्टाइल और तनाव
डॉ. नायक कहते हैं कि लोगों की लाइफस्टाइल में बदलाव हो रहे हैं गलत खान-पान और तनाव इसे और बढ़ा रहे हैं कई बार अचानक ज्यादा मेहनत, डांस या रनिंग के कारण हार्ट पर अचानक दबाव पड़ जाता है जिससे हार्ट में अचानक ब्लड क्लॉट या ब्लॉकेज की स्थिति आ सकती है और सडन कार्डिएक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है
खाना खाने के बाद डांस से हार्ट अटैक का खतरा
डॉ. नितीश नायक ने बताया कि अक्सर आपने शादी-पार्टी में डांस करते-करते हार्ट अटैक से मौत के वीडियोज देखे होंगे होता ये है कि जब आप खाना खाते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन यानी खून का बहाव पेट की तरफ ज्यादा रहता है इससे शरीर में ऑवरऑल ब्लड पुल कम हो जाता है. यानी इस समय हार्ट को खून की सप्लाई थोड़ी कम होने लगती है ऐसे में अगर आप ज्यादा मेहनत वाले काम जैसे कि डांस या रनिंग करते हैं तो ऊर्जा देने के लिए ब्लड का सर्कुलेशन तेज करने के लिए हार्ट को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है लिहाजा अचानक हार्ट पर दवाब पड़ने से वह फेल हो जाता है
इंसुलिन भी बन जाता है विलेन
खाना खाने के बाद हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट के खतरे का एक अन्य कारण यह भी है कि खाना खाने के बाद भोजन से एनर्जी को बनाने के लिए इंसुलिन का उत्पादन ज्यादा होने लगता है इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत होती है ऑक्सीजन ज्यादा देने के लिए ब्लड प्रेशर को बढ़ाना पड़ता है ज्यादा ब्लड प्रेशर हार्ट पर ज्यादा प्रेशर बनाता है. इससे धमनियों की आंतरिक दीवार एंडोथेलियम के फंक्शन को नुकसान पहुंचता है नतीजा आर्टरीज में खून का थक्का बनने का खतरा बढ़ता है और ब्लड क्लॉट होने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है
हार्ट की बीमारियों का पता न होना
कई बार सडन कार्डिएक अरेस्ट उन लोगों में भी होता है, जिन्हें अपने हार्ट की कंडीशन नहीं पता होती अक्सर लोगों को अपने ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और दिल संबंधी परेशानियों के बारे में जानकारी नहीं होती कई बार कुछ लक्षण दिखाई देने पर भी वे इग्नोर कर देते हैं, उनके अंदर कुछ न कुछ कमियां होती हैं, लिहाजा फिर एक साथ बीमारी का पहाड़ टूटता है और सडन कार्डिएक अरेस्ट जैसे मामले सामने आते हैं
बचाव के लिए क्या करें लोग
. डॉ. सलाह देते हैं कि खाना खाने के बाद सिर्फ डांसिंग ही नहीं नहीं बल्कि किसी भी हैवी फिजिकल एक्टिविटी को अवॉइड किया जाना चाहिए. यहां तक कि खाना खाने के कम से कम आधा घंटे तक दौड़ लगाने, कसरत करने या अन्य कोई मेहनत का काम करने से भी खुद को रोकना चाहिए
. लोगों को नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल यानि लिपिड प्रोफाइल की जांच करानी चाहिए. ताकि भविष्य के किसी भी संकट को दूर रखा जा सके.
. जो हार्ट के मरीज हैं, उन्हें विशेष रूप से सावधानियां बरतनी चाहिए.
. लाइफस्टाइल को सुधारने के साथ ही तनाव को दूर रखने और रोजाना शारीरिक व्यायाम करने की कोशिश की जानी चाहिए.