नाहन. एक लाख रुपये के करीब सैलरी मिलती है, लेकिन फिर भी गुजारा नहीं होता है ऐसे में डिवीजनल मैनेजर ने अपना ईमान बेच दिया मामला हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले का है यहां पर फोरेस्ट विभाग के डिवीजनल मैनेजर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है शिकायत के बाद विजिलेंस ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया है
जानकारी के अनुसार, डीएम ठेकेदार से बिल पास करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था इस पर ठेकेदार ने विजिलेंस को शिकायत दे दी शिकायत में आरोप लगाया कि सिरमौर वन विकास निगम के मंडलीय प्रबंधक (डिवीजनल मैनेजर-1) अश्वनी कुमार वर्मा 67 लाख रुपये के बकाया बिल को पास करने के एवज में दो फीसदी कमीशन मांग रहा है आरोपी ने कमीशन ना देने पर बिल पास ना करने की धमकी दी थी
विजिलेंस ने ट्रैप लगातार दबोचा
इस पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और आरोपी को रंगे हाथ दबोच लिया आरोपी डिवीजनल मैनेजर अश्वनी कुमार वर्मा को नाहन में ₹50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है विजिलेंस की यह पूरी कार्रवाई एएसपी अमित शर्मा की अध्यक्षता में अमल में लाई गई है मामले में विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर आरोपी डिवीजल मैनेजर को दबोचा शिकायतकर्ता को 50 हजार रुपये देकर विजिलेंस ने भेजा था और जैसे ही वह रुपये लेने लगा विजिलैंस की टीम मौके पर पहुंची और धर लिया