सीतापुर- विकास खण्ड हरगांव ने दिन प्रतिदिन ग्राम पंचायतो में मनरेगा से लेकर वित्त तक जमकर घोटाले किये जा रहे है,मनरेगा योजना में जमकर फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है, सरकार की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा में जिम्मेदार बीडीओ के संरक्षण में भ्रष्टाचार की इबारत लिख रहे है, कार्यस्थल पर कार्य करने वालो की संख्या से 10 गुना अधिक हाजिरी दर्ज की जा रही है, विकास खंड में तैनात कुछ तकनीकी सहायको को भी बीडीओ ने विशेष झूट दे रखी है, विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बिशुनपुर में पुलिया से विशुनपुर बॉर्डर तक ड्रेन खुदाई कार्य पर फर्जी 90 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है,जबकि ऑनलाइन दर्ज की हाजिरी में 9 मास्टररोल पर 90 की हाजिरी दर्ज करने में एक ही फ़ोटो अपलोड की गयी है, अपलोड फ़ोटो में 13 श्रमिको की फ़ोटो अपलोड की जा रही है। अपलोड फ़ोटो में सभी मास्टररोलो पर एक ही फोटो अपलोड की गई है। वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौके पर काम बंद चल रहा है।
ग्राम पंचायत कटियारा में चल रहे मनरेगा कार्य शोभापति के मकान से आर सी सी रोड तक सर्वऋतु संपर्क मार्ग 70 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही वही मौके पर कार्य बंद चल रहा है, बंद कार्य पर फर्जी हाजिरी दर्ज कर घोटाला किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत परसेहरा नाथ में रमाकांत के खेत से मगरे के खेत तक ड्रेन खुदाई कार्य व सुकई की बाग से मनोज के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य दोनो ही कार्यो पर 83 श्रमिको की हाजिरी दर्ज कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, काम बंद होने की दशा में पुरानी फ़ोटो के सहारे हाजिरी दर्ज की जा रही है, परसेहरा नाथ में पूर्व में बजी कई घोटाले सामने है और हर बार बीडीओ कार्यवाही के नाम पर कागजी खानापूर्ति करते रहते है, सूत्रों की माने तो परसेहरा नाथ को बीडीओ का विशेष संरक्षण प्राप्त है। जिसके चलते उक्त ग्राम पंचायत के प्रधान बेख़ौफ़ होकर घोटाले करते रहते है।
बॉक्स- ग्राम पंचायत अमितिया ने छुपे है कई घोटालो के राज
ग्राम पंचायत अमितिया में अलब्दाबाद में पिपरहिया तालाब पर बिना कार्य के की दर्ज की गई 5 सैकड़ा फर्जी हाजिरी तो अमितिया झील से कैहमारा पुलिया तक ड्रेन खुदाई कार्य पर 116 श्रमिक की दर्ज की जा रही हाजिरी वही उक्त कार्य को पूर्व में दो भागों में कराया गया था अमितिया झील से नहर तक खुदाई जिसको पूर्ण हुए अभी महज दो साल हुए है व कैहमारा में बड़ी नहर से ड्रेन तक नाला खुदाई कार्य इसको भी पूर्ण हुए अभी महज दो साल ही हुआ है, आखिर किसके आदेश पर तीन साल से पहले दोबारा स्टीमेट तैयार कार्य कराया जा रहा है।
पुरानी फ़ाइल निकलवा रहे है देखा जा रहा है कि क्या मामला है।
संतोष शर्मा तकनीकी सहायक