अगर डालमिया चीनी मिल जवाहरपुर के गन्दे पानी से हुई मौत तो उसका उत्तरदायी कौन?

भारतीय किसान मंच ने उठाया जोरदार मुददा और ज्ञापन के जरिये उठाई मांग

सीतापुर। डालमिया चीनी मिल जवाहरपुर लगातार चर्चाओं के दायरे में आ रहा है। मिल प्रशासन जनता और बेजुबानों की सांसों को दावं पर लगातर मिल का गन्दा पानी खुलेआम गांवों के किनारे से गुजरने वाले नालों से नदी में उतार रहा है। आलम यह है कि मिल के दो मिलोमिटरी तक मिल की बदबू फैला करती है। यह स्थित उस समय आती है जब मिल की पिराई और गन्ना तौलाई का काम शुरू हो जाता है। चीनी मिल ऐरिया के पाचं किमी चारो तरफ मिल की गन्दगी की बदबू गंूजा करती है और क्षेत्र के लोग लगातार शिकायत किया करते है लेकिन इस पर आज तक कोई ध्यान नही दिया गया। यह स्थित उस समय और अधिक विकराल होती है जब मिल का पेराई सत्र चलने लगता है। पेराई सत्र के दौरान मिल से छोड़ा जाने वाला गन्दा पानी मौत का पैागाम लेकर गोमती नदी तक जाता है। जब इस पानी से होकर कोई व्यक्ति या फिर जानवर गुजरता है तो वह त्वचा रोग से पीड़ित हो जाता है और गन्दगी होने की वजह से मिल के चारों तरफ करीब पांच किलोमीटर की ऐरिया में बीमारियों फैलने लगती है। किसी त्वचा सम्बन्धी रोग तो किसी कोई गम्भीर बीमारी जैसे दमा, डायरिया सहित तमाम जानलेवा बीमारियों का शिकार होते है। यह समय गन्दगी कम है इस कारण बीमारियों की थोड़ा धीमी है लेकिन जब मिल का पैराई सत्र शुरू होगा तब यह बीमारियां मौत का ताण्डव लेकर आ सकती है। वैसे भी जिले का एक बड़ा भाग लगातार संक्रामक रोगों की चपेट में आ रहा है। जिले के गांजरी क्षेत्र में संक्रामक रोगो ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिये है आलम यह हो गया है कि सीएमओ का अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहना पड़ा कि टीम जा चुकी है जांच और दवाइयों का वितरण किया जा रहा हैं। अभी तक डालमिया चीनी मिल किस कदर बीमारियों का कहर ढा सकता है कितनी जाने जा सकती है जिम्मेदार अंदाजा नही लगा रहे है वह तो केवल मिल के आलाधिकारियों से अपने रिश्ते निभाने के चक्कर में उनको मिल प्रशासन की मनमानी दिखाई नही दे रही है लेकिन मिल का गन्दा पानी जब क्षेत्र में कायामत लेकर आयेगा तो जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है लोगो को मौते तक हो सकती है इस प्रकार बाते समाज के जागरूक लोगों द्वारा की जा रही है। वहीं भारतीय किसान मंच के जिलाध्यक्ष सुनील राजवंशी ने अपनी टीम के डालमिया चीनी मिले के मुददे को तो उठाया लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नही हो सकी।
इस सम्बन्ध में जब क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियतंत्रण बोर्ड के मोबाइल नम्बर 783981696 पर बात करने प्रयास किया गया तो फोन न रिसीब करते फोन पर मैसेज भेजने की बात कही। जब मैसेज भेजा गया तो कोई भी जवाब नही दिया गया।

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