कानपुर। योगी सरकार गौ संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। इसी अभियान के तहत कानपुर नगर जनपद में दो वृहद गौ आश्रय स्थल का निर्माण किया जा रहा है। निर्माणाधीन गौ आश्रय स्थल की क्षमता लगभग साढ़े तीन सौ से अधिक होगी। एक गौ आश्रय स्थल के निर्माण में एक करोड़ बीस लाख रूपए खर्च होगा। यह जानकारी गुरुवार को कानपुर नगर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.आई.डी.एन.चतुर्वेदी ने दी।
उन्होंने बताया कि कानपुर नगर में ग्रामीण क्षेत्र में 135 गौ आश्रय स्थल है और शहर में 7 गौ आश्रय स्थल है। गायों को चारा एवं पानी एवं समय-समय पर उनका उपचार एवं किसी भी बीमारी से बचने के लिए टीका समय-समय पर प्रत्येक ब्लाक में तैनात पशु चिकित्साधिकारी देखरेख करते हैं। गौ आश्रय स्थल का संचालन क्षेत्र के ग्राम प्रधान और उसके लिए बनी समिति के सदस्य देखरेख करते हैं।
हरे चारे के लिए गौ आश्रय स्थल के समीप स्थित चारागाह एवं जीएस की जमीन पर नेपियर घास को लगाया जा रहा है। कुछ स्थानों पर तैयार भी हो गई हैं, जिसे गौ वंशजों को दिया जा रहा है। इस तरह कुल 142 गोआश्रय स्थल पशुपालन विभाग की देखरेख में संचालित हो रहा है।
डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि कानपुर नगर में दो वृहद गौ आश्रय स्थल निर्माणाधीन है। दोनों के कार्यों को प्रतिदिन देखा जा रहा है। एक विकासखंड बिल्हौर के नानामऊ गांव में वृहद गौ आश्रय स्थल का निर्माण हो रहा है। दूसरा ककवन ब्लाक के जमालपुर गांव में बनाया जा रह है। दोनों का निमार्ण कार्य होने के बाद यहां गायों को संरक्षण के लिए रखा जाएगा।