लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आरक्षण मामले में भारत बंद का समर्थन किया है। उनके साथ ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी बुधवार को बंदी का समर्थन में कूद गई है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दलित और आदिवासी समाज ने भारत बंद के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स) पर बुधवार को एससी-एसटी आरक्षण को लेकर लिखा कि आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा और आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के ख़िलाफ़ जन शक्ति का एक कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है।
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा, जब उसको लागू करने वालों की मंशा सही होगी। सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।
वहीं भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) प्रमुख एवं नगीना से सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने पोस्ट कर लिखा कि आज का ये जनआंदोलन केन्द्र व राज्य सरकारों के लिये स्पष्ट सन्देश है कि अब बहुजन समाज ‘फूट डालो राज करो’ की साजिश को कामयाब नहीं होने देगा।
एक तरफ एससी-एसटी में क्रीमीलेयर खोजते हो। दूसरी तरफ हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में हमारे जजों को गायब कर देते हों। एनएफसी बताकर आरक्षित वर्ग की सीटें खाली छोड़ देते हो। एकल पद बताकर आरक्षण खत्म कर देते हो और अब हमें आपस में लड़ाने की साजिश भी करते हो।
कान खोलकर सुन लो आरक्षण और संविधान विरोधियों धन-धरती और राजपाट में संख्याबल के आधार पर जो हमारा हक बैठता है, अब वो देना ही होगा। मैंने संसद में ललकारा था, आज समाज सड़कों पर ललकार रहा है। बहुत हुआ, अब बहुजनों के अधिकारों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी तरह का हमला हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मैं राज्य सरकारों से भी कहना चाहता हूं कि आज बहुजन समाज अपने अधिकारों के लिये मजबूर होकर सड़कों पर आया है, तो राज्य सरकारें भी कानून व्यवस्था मजबूत कर, शांतिपूर्वक आंदोलन में मदद करें, कोई भी सरकार अगर हमारे साथ साजिश करेगी तो उसको भविष्य में अपनी कुर्सी गवानी पड़ेगी मेरे यह शब्द याद रखना। जय भीम, जय भारत, जय मंडल, जय जोहर, जय संविधान।
आगरा में विरोध में निकाली पैदल यात्रा, जमकर की नारेबाजी
ताजनगरी आगरा में एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दलित और आदिवासी समाज के भारत बंद के समर्थन में पैदल यात्रा निकाली गई। हाथों में पोस्टर, बैनर, झंडा लेकर भारी संख्या में विरोध करते हुए भीड़ निकली। आरक्षण में उपवर्गीकरण को लेकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए दलित समाज के लोग आरक्षण के समर्थन में सड़कों पर उतरे। जिले के धनौली नारीपुरा में निकला जुलूस के दौरान प्रदर्शन कारियों ने जबरन दुकानें बंद कराई।
डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर रखी जा रही निगरानी, पुलिस अलर्ट
भारत बंद पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार का कहना है कि भारत बंद को लेकर पुलिस सतर्क है। जरूरत के हिसाब से फोर्स लगाई गई। माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही। डीजीपी मुख्यालय से प्रदेश के सभी जिलों की मॉनिटरिंग की जा रही।
उल्लेखनीय है कि भारत बंद को लेकर उप्र पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। प्रदेशभर के पुलिस बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर मुस्तैदी से तैनात है। इस दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खुफिया एजेंसियां भी सतर्कता से निगरानी बनाए हुई हैं।