-अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भावी नेताओं को तैयार करने में आईएफटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा : गोयल
नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) ने शिक्षा मंत्रालय की जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग में 12 स्थानों की छलांग लगाकर इस वर्ष 15वें स्थान पर पहुंच गया है। आईआईएफटी पिछले वर्ष की रैंकिंग में 27वें स्थान पर था, जबकि वर्ष 2022 में यह 24वें स्थान पर था। संस्थान की रैंकिंग में यह रिकॉर्ड सुधार है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि आईआईएफटी को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बधाई दी है। वाणिज्य मंत्री गोयल ने विश्वास व्यक्त किया कि संस्थान जल्द ही एक विश्व स्तरीय संस्थान में बदल जाएगा, जो व्यापार और निवेश में भारत के प्रभावशाली विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।उन्हाेंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भावी नेताओं को तैयार करने में आईएफटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वर्ष 2023 में 27वें स्थान से इस साल 15वें स्थान पर भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) दिल्ली ने उल्लेखनीय प्रगति की है।
मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 2016 में एनआईआरएफ रैंकिंग की शुरुआत के बाद से भारतीय विदेश व्यापार संस्थान की रैंकिंग में यह रिकॉर्ड सुधार है। आईआईएफटी 2021 में 25वें, 2020 में 26वें और 2019 में 31वें, 2018 में 23वें, 2017 में 30वें और 2016 में 81वें स्थान पर था। देश में उच्च शिक्षण संस्थानों को वस्तुनिष्ठ मानदंडों के आधार पर रैंकिंग देने के लिए 2016 में एनआईआरएफ की शुरुआत की गई थी, ताकि ऐसे संस्थानों में प्रतिस्पर्धात्मक उत्कृष्टता को बढ़ावा दिया जा सके।
उल्लेखनीय है कि आईआईएफटी की स्थापना 1963 में भारत के बाह्य व्यापार क्षेत्र के लिए कौशल निर्माण में योगदान देने को मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में की गई थी।