- स्व. साहू रमेश कुमार और स्व. साहू सीताराम ने किया था सभा का आयोजन
मुरादाबाद। देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरू का मुरादाबाद से गहरा नाता रहा है। वर्ष 1942 में पंडित नेहरू ने मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा तहसील में भारत छोड़ो आंदोलन के तहत जनसभा को संबोधित किया था।
स्वतंत्रता सेनानी स्व. साहू रमेश कुमार के बेटे साहू सुशील कुमार ने बताया कि सन 1942 में पंडित नेहरू फिर से मुरादाबाद आए थे। महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के तहत देशभर में जनसभाएं हो रही थीं। उन्होंने आगे बताया कि उनके पिता व शिव सुंदरी मांटेसरी स्कूल और साहू रमेश कुमार कन्या इंटर कॉलेज मुरादाबाद के संस्थापक स्व. साहू रमेश कुमार और तहसील ठाकुरद्वारा में सनातन धर्म इंटर कालेज के प्रबंधक स्व. साहू सीताराम ने ठाकुरद्वारा तहसील में जनसभा का आयोजन किया था,जिसे पंडित जवाहर लाल नेहरू ने संबोधित किया था। जनसभा की मुखबिरी होने पर ब्रिटिश पुलिस ने छापा मार दिया। लेकिन किसी को पकड़ नहीं पाई थी।
साहू सुशील कुमार ने बताया कि बाद में खिसियाकर ब्रिटिश पुलिस ने उनकी मुरादाबाद सदर कोतवाली स्थित कोठी कुमार कुंज को सीज कर दिया था। इसके बाद पंडित नेहरू सन 1946 में वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दाऊ दयाल खन्ना के पास आए थे। इस दौरान जुलूस निकला था। बग्घी में सवार पंडित नेहरू पर जनसमूह पुष्पवर्षा कर रहा था। वह एक रात यहीं बाजीगिरान स्थित साहू राधेश्याम टंडन की कोठी में रहे थे। इस तरह नेहरू जी का कई बार मुरादाबाद आना रहा।
1920 में सबसे पहले अपने पिता मोतीलाल के साथ मुरादाबाद आए थे पंडित नेहरू :
साहू सुशील कुमार ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय साहू रमेश कुमार ने उन्हें बताया था कि पंडित जवाहर लाल नेहरू अपने पिता मोतीलाल नेहरू के साथ वर्ष 1920 में सबसे पहले मुरादाबाद आए थे। यहां बुधबाजार स्थित महाराजा थिएटर में वर्ष 1920 में कांग्रेस का तीन दिवसीय संयुक्त प्रातीय सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसमें महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था। आयोजन में महात्मा गांधी, पंडित मदन मोहन मालवीय, एनी बेसेंट भी शामिल हुई थीं।