उन्नाव। विकास भवन में एक नया ब्लाक बनेगा। यहां किराये के भवनों में संचालित विभागों को शिफ्ट किया जाएगा। एक ही स्थान पर सभी विभाग होने से फरियादियों को सहूलियत होगी। सीडीओ ने नए ब्लाक के लिए एक करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
वर्तमान समय में विकास भवन में दो तल बने हुए हैं। इनमें 12 विभागों के कार्यालय संचालित हैं। जिसमें सीडीओ, डीडीओ, पीडी, कृषि, समाजकल्याण, मनरेगा, एनआरएलएम, पशुपालन, बाल विकास पुष्टाहार, पंचायतीराज, अर्थ एवं संख्याधिकारी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग शामिल हैं। एक सभागार व जिला विकास कार्यालय के एक कक्ष को दो हिस्सों में बांटकर लोकपाल का भी कक्ष बनाया गया है। जगह कम होने से कृषि से संबंधित भूमि संरक्षण, उपनिदेशक कार्यालय, समाज कल्याण से जुड़े दिव्यांग, पिछड़ा, प्रोबेशन, उद्योग केंद्र, खादी ग्रामोद्योग व समाज कल्याण विकास विकास भवन से बाहर किराये के भवनों में चल रहे हैं।
इस कारण कृषि, पेंशन और रोजगार के लिए ऋण लेने की उम्मीद में विकास भवन आने वाले फरियादियों को यहां से लौटा दिया जाता है। ऐसे में फरियादियों को अन्य कार्यालय जाने के लिए लंबी दौड़ लगानी पड़ती है। इसका संज्ञान सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने लिया और उन्होंने संबंधित विभागों के सभी कार्यालयों को एक ही जगह पर लाने की कवायद शुरू की। इसी कारण विकास भवन में खाली पड़ी जमीन पर नया ब्लाक बनाने का प्रस्ताव तैयार कराया।
करीब एक करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा है। सीडीओ ने बताया कि नियमानुसार जो विभाग संचालित हैं, उनसे जुड़े अन्य विभागों को भी विकास भवन में ही होना चाहिए। इससे एक तरफ फरियादियों को सहूलियत मिलेगी, साथ ही विभागों की निगरानी भी आसान हो जाएगी। इसके लिए नए ब्लाक के निर्माण को एक करोड़ का प्रस्ताव शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया है। बजट मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
11 लाख से विकास भवन का होगा सुंदरीकरण
वर्तमान समय में विकास भवन की टपकती छत का 16 लाख से नवनिर्माण कराया जा रहा है। आने वाले समय में 11 लाख से सुंदरीकरण कराया जाएगा। सीडीओ ने बताया कि विकास भवन काफी पुरानी है। बारिश में छत पटकती थी, जिसे सही कराया जा रहा है। वहीं आने वाले समय में विकास भवन की लाइटिंग दुरुस्त कराई जाएगी। साथ ही टाइल्स आदि का काम भी कराया जाएगा।