जयपुर। पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का शनिवार देर रात निधन हो गया। वे करीब 93 वर्ष के थे और करीब दो सप्ताह से नई दिल्ली के बाहर गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। नटवर सिंह भरतपुर संभाग के सबसे बड़े गांव जघीना के रहने वाले थे। दिल्ली में रविवार (11 अगस्त) को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। नटवर सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संवेदना प्रकट की है।
उन्हाेंने लिखा कि भारत सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कु. नटवर सिंह के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें। नटवर सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर राजस्थान के भरतपुर से चुनाव लड़ा था और लोकसभा सांसद बने थे। 1985 में उन्हें राज्य मंत्री (एमओएस) के रूप में शपथ दिलाई गई और उन्हें इस्पात, कोयला और खान तथा कृषि मंत्रालय दिए गए थे।
उनका जन्म 16 मई 1931 को राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा मेयो कॉलेज, अजमेर और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से प्राप्त की। इसके बाद वह भारतीय विदेश सेवा में शामिल हो गए और 1953 में अपनी सेवाएं शुरू की। 1984 में नटवर सिंह कांग्रेस में शामिल हुए। पूर्व कांग्रेस सांसद और राज्यसभा सदस्य रहे नटवर सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 सरकार के दौरान 2004-05 की अवधि के लिए भारत के विदेश मंत्री थे। नटवर सिंह ने मई 2004 से दिसंबर 2005 तक विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। सिंह को 1953 में भारतीय विदेश सेवा में चुना गया था। नटवर सिंह की देश के चुनिंदा कूटनीतिज्ञों में गिनती होती थी। नटवर सिंह मूल रूप से जघीना गांव के निवासी थे। नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह वर्तमान में नदबई विधानसभा से भाजपा विधायक हैं।