मैनपुरी। समाजवादी पार्टी का अभेद किला मैनपुरी और उसमें भी करहल विधानसभा सीट। जिले में सपा का सबसे मजबूत कहा जाने वाला गढ़। सैफई से सटे इस विधानसभा क्षेत्र में 1993 के बाद केवल एक चुनाव को छोड़ दें तो सपा के प्रत्याशियों को कोई पराजित नहीं कर पाया।
इसी सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़े थे। अब जब वह कन्नौज से सांसद हैं तो इस गढ़ में उनकी विरासत संभालने का जिम्मा तेजप्रताप यादव को सौंपने की तैयारी है।
कन्नौज से काट दिया था तेज प्रताप यादव का टिकट
लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के लिए कन्नौज सीट पर तेजप्रताप यादव का टिकट काटा गया था। अब पार्टी उनको करहल विधानसभा सीट से लड़ाकर इसकी भरपाई करने की तैयारी कर रही है। स्व. मुलायम सिंह यादव की कर्मस्थली रहा मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र सपा के गढ़ के रूप में मशहूर है। लोकसभा ही नहीं, यहां की विधानसभा सीटों पर सपा का वर्चस्व रहा है। इनमें करहल विधानसभा सीट भी शामिल है।
सपा का रहा है दबदबा
सपा के गठन के बाद वर्ष 1993 में सपा ने पहली बार इस सीट पर बाबूराम यादव को प्रत्याशी बनाया था।
बाबूराम यादव उससे पहले अन्य दलों की टिकट पर तीन बार विधायक रह चुके थे।
सपा की टिकट पर भी उन्होंने जीत हासिल की थी और उसके बाद वर्ष 1996 के चुनाव में भी विधायक बने। वर्ष 2002 मे चुनाव में भाजपा की टिकट पर सोबरन सिंह यादव विधायक बने, बाद में वह सपा में शामिल हो गए और लगातार तीन चुनाव जीते।
वर्ष 2022 में इस सीट से अखिलेश यादव विधायक बने। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल को बड़े अंतर से हराया था।
2014 में बने थे सांसद
अखिलेश यादव के भतीजे तेजप्रताप यादव वर्ष 2014 के लोकसभा उपचुनाव में सांसद बने थे। इसके बाद उन्होंने मैनपुरी के चुनावों में पार्टी के प्रत्याशियों के लिए जमकर मेहनत की थी। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उनको कन्नौज से प्रत्याशी घोषित किया था। परंतु उसके बाद उनके स्थान पर अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ा। अब तेजप्रताप यादव को पार्टी करहल विधानसभा सीट पर लड़ाने की तैयारी में हैं।
उपचुनाव की अधिसूचना होते ही अधिकृत प्रत्याशी होंगे घाेषित
तेजप्रताप यादव का क्षेत्र में व्यापक संपर्क है और आगामी उपचुनाव से पहले उन्होंने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बीते दो माह से वह लगातार क्षेत्र में दौरे कर रहे हैं और पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि उपचुनाव की अधिसूचना होते ही पार्टी द्वारा अधिकृत रूप से उनको प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा।
सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य का कहना है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी करहल सहित प्रदेश की सभी दस सीटों पर जीत हासिल करेगी। करहल में रिकॉर्ड मतों के अंतर से पार्टी प्रत्याशी की जीत होगी। हाईकमान द्वारा जल्द ही प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा।