आजमगढ़: महराजगंज क्षेत्रान्तर्गत युवक की हुई हत्या की घटना का सफल अनावरण; प्रकाश में आया अभियुक्त गिफ्तार, घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल (ईंट) बरामद।अवगत कराना है कि दिनांक 05.08.2024 को आवेदक सतीशचन्द्र मिश्रा पुत्र शीतला प्रसाद मिश्रा निवासी नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ द्वारा थाना स्थानीय पर प्रा0 पत्र दिया गया था कि आवेदक का पुत्र प्रभात मिश्रा उम्र 20 वर्ष अपने घर से नये घर पर गया था लेकिन वापस नहीं आया। जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर गुमशुदगी दर्ज की गयी थी।
दिनांक 06.08.2024 को गुमशुदा प्रभात मिश्रा का शव उसके गोदाम की चहारदीवारी से बरामद हुई, जिसके सम्बन्ध में वादी मुकदमा सतीश चन्द्र मिश्रा की तहरीर पर थाना महराजगंज पर मु0अ0सं0- 318/24 धारा 103(1) बीएनएस बनाम कृष्णमणि मिश्रा व कृष्णचन्द्र मिश्रा समस्त पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा समस्त निवासी नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ के विरुद्ध पंजीकृत कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक महराजगंज राजीव कुमार मिश्रा द्वारा सम्पादित की जा रही है ।
विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन से अभियुक्त रामचन्द्र मिश्रा पुत्र शीतला प्रसाद मिश्रा का नाम प्रकाश में आया तथा नामजद आरोपियों 1-कृष्णमणि मिश्रा व 2-कृष्णचन्द्र मिश्रा समस्त पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा समस्त निवासी नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ की नामजदगी गलत पायी गयी, शुक्रवार को प्र0नि0 राजीव कुमार मिश्रा मय हमराह तथा व0उ0नि0 दलप्रताप सिंह मय हमराह नया चौक कस्बा महराजगंज में मौजूद थे कि सूचना मिली कि नरोत्तमपुर में हुई हत्या से सम्बन्धित अभियुक्त अपने घर के पास खड़ंजे पर खड़ा है। इस सूचना पर प्र0नि0 मय फोर्स नरोत्तमपुर पहुंचे ।
मुकदमा उपरोक्त में प्रकाश में आया अभियुक्त रामचन्द्र मिश्रा पुत्र शीतला प्रसाद मिश्रा सा0 नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 35 वर्ष को नरोत्तमपुर खड़ंजे से समय करीब 23.40 बजे गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त की निशादेही पर घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल (ईट) आलाकत्ल ( 01 खूनालूद ईंट), 01 खूनालूद टीशर्ट बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि प्रापर्टी के विवाद को लेकर अभियुक्त ने अपने भतीजे मृतक प्रभात मिश्रा की हत्या किया था।
अभियुक्त के पिता शीतला प्रसाद मिश्रा ने मृतक प्रभात मिश्रा की मां के नाम 2.5 बिस्सा जमीन की रजिस्ट्री कर दिया था तथा हाल ही में 01 जमीन के सुलह होने पर प्रभात मिश्रा के परिवार को 10 लाख रुपये मिले थे तथा अभियुक्त को कोई रूपया नही मिला था। दिनांक 05.08.2024 को अभियुक्त चोरी छिपे कटहल तोडने गया था। जलती हुयी टार्च की रोशनी देखकर मृतक वहां आ गया तथा दोनों के बीच कहा सुनी हुयी। अभियुक्त ने सोचा कि सभी भाईयों में मृतक ही एकलौता वारिस है इसे खत्म कर दिया जाय तो ठीक रहेगा और अभियुक्त रामचन्द्र ने मृतक के उपर ईट से प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी।