चेयरमैन दे जवाब जब नाले की सफाई हुई है तो दरीमण्डी गुरूद्वारा रोड वाला चोक क्यो ?

बोले सफाई नायक वाट्सअप करो तब देखे नाले की स्थिति

गुरूद्वारे वाला नाला चोक दरी मण्डी में भरा पानी

सीतापुर। एक बार फिर नालागैंग से लेकर सफाई नायक तक चर्चाओं के दौर से घिर चुके है। सफाई नायक द्वारा दावा किया जा रहा है कि नगर के दरीमण्डी गुझद्वारा रोड वाला नाला पूरी तरह चैक है और नाले का पानी सड़क पर बहकर जलभराव की स्थित पिछले कई दिनों से कायम किये हुए है। सफाई नायक जागेन्द्र सिंह का दावा है कि नाले की सफाई करवाई गई है जब उनको जलभराव की स्थित के बारे में बताया गया तो उन्होने कहा कि हमारे मोबाइल पर वाटसअप करे हम नाले की स्थित को देखते है। गौर तलब हो कि भले ही नगर पालिका परिषद सीतापुर की चेयरमैन द्वारा लगातार दावे किये जा रहे हो कि नगर के हर नाले की विधिवत सफाई की गई है लेकिन नगर की स्थित को देखते हुए ऐसा लग नही रहा है

क्योकि बरसात के दौरान ही हरदोई चुंगी का नाला साफ करने का दावा किया। लेकिन नाले की विधिवत सफाई नही हो सकी केवल कुछ स्थानों पर मलबा निकाल दिया गया और उसकी फोटो खीच ली गई लेकिन नाले का अतिक्रमण हटाकर उसकी सफाई नही की गई थी और कागजों पर चढ़ गया कि नाले की सफाई हो गई और सफाई करते हुए कर्मचारियों का साक्ष्य के रूप में फोटो लगा दिया गया। गुरूद्वारा रोड के बड़े नाले का भी यही हाल है। पूरी बाजार का पानी इसी नाले से होकर निकलता है और की विधिवित सफाई न होने के कारण यह नाला चोक है क्योकि नाले पर व्यापारियों ने पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया है अब नगर पालिका ने इस नाले का अतिक्रमण हटाया नही बस सफाई के नाम पर खाना पूर्ति की गई इस कारण हल्की बरसात से ही नाले का पानी दरी मण्डी की सड़क पर भर जाता है और जलभराव की स्थित पैदा कर देता है। जिससे इस मार्ग पर निकलने में काफी दिक्कत होती है।

इस सम्बन्ध में जब सफाई नायक जागेन्द्र सिंह से बात की गई तो उन्होने कहा हमारे वाट्सअप पर फोटो भेज हम नाले की स्थिति देखते है हमने सफाई तो करवाई थी। जब हरदोई चुंगी के नाले की सफाई हुई थी तब जागेन्द्र सिंह ने कहा गया था कि नाले पर अतिक्रमण ज्यादा है इस कारण कायदे से सफाई नही हेा पा रही है पहले नाले का अतिक्रमण हटाया जाये उसके बाद अगर नाले की सफाई हुई तब नाला कायदे से साफ होगा उस पर जागेन्द्र सिंह कहा था कि हम देख लेगे लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई। इस सम्बन्ध में जब ईओ वैभव त्रिपाठी से बात की गई तो उनका मोबाइल फोन नही उठा इस कारण उनका पक्ष नही मिल सका। ईओ को मोबाइल नम्बर 7619018323 पर संवाददाता ने एक बार नही कई बार मिलाया लेकिन फोन नही उठा।

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