युवा व्यापार मंडल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कपिल अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा से की मुलाकात

पीलीभीत। युवा व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री संजय गंगवार के जिला प्रतिनिधि कपिल अग्रवाल ने दिल्ली में केन्द्रीय सडक एवं परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा से उनके आवास पर भेंट कर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले पीलीभीत – खटीमा मार्ग की बदहाल स्थिति से अवगत कराया और उनको जानकारी दी कि मझोला से खटीमा तक का लगभग 16 किलोमीटर का भाग अत्यंत जीर्ण शीर्ण हो गया है I उत्तराखंड मंडी समिति के प्रदेश सदस्य संतोष अग्रवाल ने केन्द्रीय मंत्री श्री टम्टा को अवगत कराया कि इस मार्ग पर अब गहरे गहरे गड्ढों के मध्य रोड को ढूँढना ही बड़ा दुरूह कार्य हो चला है। चूँकि यह मार्ग उत्तराखंड के पिथौरागढ़, धारचूला, अल्मोड़ा,चम्पावत समेत दर्जनों बड़े शहरों उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों जैसे लखनऊ, बरेली, पीलीभीत, कानपूर आदि नगरों से जोड़ता है वहीँ यह नेपाल को भी उत्तर प्रदेश और शेष भारत से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है।प्रति वर्ष लाखों की संख्या में माता पूर्णागिरी के दर्शनों हेतु पूरे देश भर के श्रद्धालु इस मार्ग से यात्रा करते हैं I किसी भी आपात स्थित में बरेली कैंट को चाइना बॉर्डर से जोड़ने वाला यह एक मात्र प्रमुख मार्ग है। इतनी खराब स्थिति में होने के बाद भी इस मार्ग की सुध सम्बंधित विभागों द्वारा नहीं ली जा रही है जिससे आये दिन इस मार्ग पर छोटी मोटी दुर्घटनाएं होती रहती हैं वहीँ किसी भी दिन कोई भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।

मझोला के पूर्व चेयरमैन अजय गोयल ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि किसी मेडिकल इमरजेंसी में अपने मरीज को बरेली लेकर जा रहे लोगों को भी इस मार्ग में अत्यधिक गड्ढे होने से समय से अस्पताल पहुँचने में गंभीर असुविधा होती है जिससे लोगों की जन तक पर बन आती है I ज्ञातव्य है कि गत दिनों यह मार्ग लोक निर्माण विभाग से राष्ट्रीय राजमार्ग को हस्तांतरित हो चुका है।मझोला के प्रमुख व्यापारी विकास अग्रवाल ने मंत्री से आग्रह किया कि हर दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण इस क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राज मार्ग का पुनर्निर्माण करवाने हेतु सम्बंधित विभाग को निर्देशित करने की कृपा करें जिससे इस पूरे क्षेत्र को लोग लाभान्वित हो सकेंI केन्द्रीय मंत्री श्री टम्टा ने अत्यंत गंभीरता से इस मामले को लेते हुए मौके पर ही मौजूद एनएचआई के निदेशक को तत्काल इस मार्ग को ठीक कराने और इसकी रिपोर्ट एक माह के अंदर उनको देने हेतु निर्देशित किया गया है।

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