मानव तस्करी के खिलाफ हम सभी को एकजुट होना पड़ेगा

देहात इंडिया के तत्वाधान में दिया गया प्रशिक्षण।

मिहींपुरवा बहराइच – देहात इंडिया के तत्वाधान में एसएसबी की 59वीं बटालियन मुर्तिहा बीओपी के जवानों को मानव तस्करी के बारे में महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया गया। यह आयोजन देहात इंडिया के हूमेन प्रोटेक्शन नेतृत्वकर्ता हसन फिरोज अभिमुखीकरण‌ द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा बलों को तस्करी के मामलों की पहचान, तस्करों की गिरफ्तारी, और पीड़ितों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाना था।प्रशिक्षण सत्र के दौरान, तस्करी की पहचान करने के लिए विभिन्न संकेतों और तरीकों पर गहन चर्चा की गई। हसन फिरोज ने बताया कि तस्करी एक गंभीर अपराध है जिसका उद्देश्य बच्चों और वयस्कों का शोषण करना होता है। उन्होंने तस्करी के अलग-अलग रूपों, जैसे कि श्रम तस्करी और यौन तस्करी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसएसबी के कमांडेंट, देहात इंडिया के पवन कुमार, नीरज, और बाल सुरक्षा अधिकारी मुजामिल ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इन सभी ने मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई और सुरक्षा बलों की भूमिका की महत्वपूर्णता पर जोर दिया।

कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों ने तस्करी के मामलों से निपटने के लिए आवश्यक रणनीतियों और तकनीकों पर अभ्यास किया। इसके अलावा, प्रशिक्षण सत्र में पीड़ितों को मनोवैज्ञानिक और कानूनी सहायता प्रदान करने के तरीकों पर भी विशेष ध्यान दिया गया।देहात इंडिया के इस पहल का उद्देश्य न केवल सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित करना है, बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाना भी है ताकि तस्करी के खिलाफ एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया जा सके। इस मौके मौजूद सभी लोगों ने कहा, “हम सभी को मिलकर तस्करी के खिलाफ खड़ा होना होगा और इसके खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहना होगा।”
प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और इस प्रकार के और भी प्रशिक्षण सत्रों की आवश्यकता पर जोर दिया। यह कार्यक्रम तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ और आने वाले समय में इस तरह की और पहल की उम्मीद है।

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