हे राम : रामलीला की ज़मीन पर अब भूमाफियाओं के मंचन की तैयारी ,डीएम से शिकायत
शुक्लागंज,उन्नाव। जमीन का कब्जा प्राप्त करना एक अवैध और अनैतिक कार्य है। यह अन्य लोगों के अधिकारों को उल्लंघित करता है और नियमों और विधियों को तोड़ता है। जब कभी आपके पास किसी जमीन के उचित अधिकार नहीं होते हैं तो आपको उस जमीन पर कब्जा नहीं लेना चाहिए। लेकिन सारे नियमो को दरकिनार करते हुए सियासत और प्रशासन से जब हाथ मिलाते हैँ भूमाफियाओं तो अवैध कब्जे का खेल शुरु हो जाता है। ऐसे में अवैध कब्जे के मामले में जिले में नंबर 1 पर आने वाली ग्राम सभा कटरी और मझरा ग्राम की ज़मीने सर्वे न होने के कारण भूमाफियाओं की पहली पसंद बंन चुकी है। जहाँ भूमाफिया भूमि नम्बरो व नक्शा में हेरफर कर धड़ल्ले से ज़मीनों पर कब्ज़ा करने में जुटे हुए हैँ। शासन, प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न होने के चलते बेखौफ भूमाफियाओं ने अब प्रभु श्री राम की रामलीला की ज़मीन पर भी अवैध कब्ज़ा करना शुरू कर दिया है। भूमाफियाओं द्वारा रामलीला की ज़मीन पर किए जाने वाले अवैध कब्जे के खिलाफ रामलीला समिति के लोगों ने मोर्चा खोलते हुए डीएम से शिकायत कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
श्री सार्वजनिक शुक्लागंज रामलीला समिति में शामिल केडी त्रिवेदी, सुरेश शुक्ला,मोहित शुक्ला, उमेश तिवारी, प्रेम शुक्ला, भरत तिवारी,सुरेश दीक्षित, अंकित पाण्डेय, नन्हकू मिश्रा, मनोज गुप्ता, करुणा शंकर मिश्रा, लाल बाबू तिवारी सहित कई लोग सोमवार को रामलीला की ज़मीन पर हो रहे अवैध कब्जे की शिकायत करने डीएम कार्यालय पहुंचे। जहाँ डीएम गौरांग राठी की अनुपस्थिति में एसडीएम रणवीर सिंह को शिकायत पत्र देते हुए बताया कि वार्ड नंबर 27 के अंतर्गत आने वाली मझरा पीपर खेड़ा की 365 गाटा संख्या,2116 रकबा में ऊसर भूमि दर्ज हैँ।जिसमे लगातार 6 वर्षों से श्री रामलीला समिति पोनी रोड गंगाघाट द्वारा रामलीला का मंचन कराया जा रहा है। जिसको प्रत्येक वर्ष राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा समिति को रामलीला मंचन के लिए अनुमति दी गई है। लेकिन विगत 1 माह से कुछ अराज़क लोगों द्वारा सीमेंट की पटिया लगाकर अवैध कब्ज़ा कर लिया गया है। उक्त ज़मीन को अराजक तत्वों से कब्ज़ा मुक्त किये जाने की मांग की। जिसपर एसडीएम ने कब्ज़ा करने वाले लोगों पर ठोस कार्रवाई की बात कहते हुए समिति के लोगों को आश्वासन दिया।
निर्देश के बावजूद नहीं लग सके ग्राम सभाओं में सूचना बोर्ड करीब 40 वर्षों से ग्राम सभा कटरी व मझरा पीपर खेड़ा ग्राम सभा की ज़मीन सर्वे में चल रहीं हैँ। भूमि नंबरों में खेल कर जिसका फायदा भूमाफिया बखूबी उठा रहे हैँ। कई प्रशासनिक अफसर आये और गये पर सर्वे का कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है। ऐसे में जब सरकारी नाप जोख होती है तब मामला खुलता है और नुकसान ज़मीन खरीदने वाले व्यक्ति का होता है।
तत्कालीन डीएम रहे रवीन्द्र कुमार द्वारा कटरी व मझरा पीपरखेड़ा एहतमाली ग्राम सभाओं में सर्वे के कार्य के चलते सर्वे विभाग एवं सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमति लिए बगैर सभी प्रकार के निर्माण एवं क्रय विक्रय पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। लोगों को इसकी जानकारी हो इसके इसके लिए दोनो ग्राम सभाओं में सूचना बोर्ड भी लगाए जाने थे लेकिन विभागीय लापरवाही में कारण अब तक सूचना के बोर्ड नहीं लग पाए जिसका फायदा भूमाफियाओं ने धड़ल्ले से उठाना शुरू कर दिया और नंबरों का खेल कर अवैध रुप से ज़मीन को बेच रहे है। जिसका खामियाजा ज़मीन खरीदने वाली आम जनता को उठाना पड़ रहा है।