नानपारा जनपद बहराइच के तहसील मुख्यालय मिहीपुरवा से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां मौजदा राजस्व निरीक्षक अशोक श्रीवास्तव को रुपए 25000 रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम द्वारा पकड़ कर गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में एंटी करप्शन टीम ने काफी मेहनत के बाद संघर्ष में सफलता हासिल की है।राजस्व निरीक्षक अशोक श्रीवास्तव पर आरोप है कि वह पैमाइश के नाम पर गरीब जनता से 10000 व 20000 रुपए लेते थे। यह भ्रष्टाचार का कारनामा मिहीपुरवा तहसील में बहुत दिनो से कायम चल रहा था। गरीब जनता को अपने काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, जिससे उनका जीवन और भी कठिन हो जाता था।
अब देखना है कि एंटी करप्शन टीम द्वारा क्या कार्यवाही किया जाता है और प्रशासन में बैठे आला अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं जिससे ऐसे भ्रष्ट कर्मचारीयों पर लगाम लग सके। यह मामला एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में फल फूल रहे राजस्व विभाग के भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।इस मामले में एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई को सराहनीय बताया जा रहा है, लेकिन अब यह देखना होगा कि आगे क्या कार्यवाही होती है। क्या राजस्व निरीक्षक अशोक श्रीवास्तव पर कड़ी कार्रवाई होगी या फिर उन्हें बचाया जाएगा। यह तो समय ही बताएगा, लेकिन एक बात तय है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहनी चाहिए।