ऋषिकेश। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने आपदा प्रबंधन के मामले में सरकार को पूरी तरह फेल बताया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार पूरी तरह विफल हो गई है। कहीं भी सरकार का आपदा प्रबंधन दिखाई नहीं दे रहा है, जिसे ठीक किया जाना अनिवार्य है।
धीरेंद्र प्रताप ने शुक्रवार को जयराम आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान आराेप लगाते हुए कहा कि राज्य में एक तरह से 2013 की आपदा की तरह ही एक छोटी आपदा फिर से आई है, परंतु राज्य सरकार कहीं पर भी जनता की सेवा में उतरती दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि घनसाली के जखन्याली में 2014 में बड़ी आपदा की घटना घटी, जिसमें सात लोग मारे गए, लेकिन सरकार ने उससे सबक नहीं लिया। इस साल भी तीन लोग उसी गांव में बादल फटने से मारे गए। यदि वहां के लोगों को 10 साल में वहां से विस्थापित कर दिया जाता तो शायद इस घटना की पुनरावृत्ति न होती। उन्होंने इन घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को 10-10 लाख मुआवजा दिए जाने की मांग की।
इस दौरान ऋषिकेश कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट ने निशाना साधते हुए कहा कि रायवाला के गौहरी माफी गांव में गत वर्ष लगभग 37 करोड़ की लागत से जो तटबंध बनाया गया था, वह इस साल पहले ही बारिश में बह गया जिस कारण आज पूरा गांव फिर से खतरे की जद में आ गया है। जहां जिस तार वायर क्रेट में पत्थर भरे जाने थे उसमें रेतीली मिट्टी भरकर उसको खड़ा किया गया, जो पानी में बह गया। यह बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है इसमें विभागीय मंत्री शीघ्र जांच करें और ऐसे अधिकारियों को दंडित करें जिनकी सांठ गांठ की वजह से आज क्षेत्र की जनता जान–माल के भय में है और सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है।