Kedarnath घाटी से श्रद्धालुओं का रेस्क्यू तेज, फंसे यात्रियों को ला रहा सेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर

गुप्तकाशी। सोनप्रयाग-गौरीकुंड पहाड़ी मार्ग में अचानक मलबा और बोल्डर गिरने से रेस्क्यू के लिए उपयोग किए जा रहे दो किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को क्षति पहुंची है। इस विषम परिस्थिति में मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ड्रोन के माध्यम से रेस्क्यू शुरू करने की योजना तैयार की।

एसडीआरएफ की टीमों को सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग में यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए निर्देशित किया गया। कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने टीमों को नई कार्ययोजना से अवगत कराया। मिश्रा ने अगस्त मुनि और रतूड़ा से पहुंची दो बैकअप टीमों को तुरंत सर्च और रेस्क्यू अभियान तेज करने के आदेश दिए। लिचोली और केदारनाथ के हेलीपैड पर तैनात चार एसडीआरएफ टीमों को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मिश्रा के अनुसार, एसडीआरएफ की टीमों ने अब तक दो किलोमीटर लंबे पहाड़ी मार्ग से 2300 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है। एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस 737 लोगों को हेली से रेस्क्यू कर चुकी है। शेष यात्रियों को सुरक्षित लिनचोली और श्री केदारनाथ हेलीपैड पर पहुंचाया जा रहा है।

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