विश्व स्तनपान सप्ताह का हुआ शुभारम्भ
स्तनपान शिशु को गंभीर बिमारियों से बचाने में सहायक:- जिलाधिकारी
देवरिया – विश्व स्तनपान सप्ताह अगस्त माह प्रथम सप्ताह में मनाए जाने वाले कार्यक्रम का शुभारम्भ गुरुवार को सीएमओ कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में मौजूद चिकित्सकों, स्टॉफ नर्स, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को माँ को स्तनपान के प्रति जागरूक करने अपील की गई।इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह ने कहा कि शिशु के लिए स्तनपान सर्वोत्तम आहार तथा शिशु का मौलिक अधिकार है। मां का दूध शिशु के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि स्तनपान शिशु को डायरिया, निमोनिया एवं कुपोषण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आवश्यक है कि जन्म के तुरंत बाद अतिशीघ्र 1 घंटे के भीतर नवजात को स्तनपान अवश्य प्रारंभ कराया जाए। 6 माह तक केवल मां का दूध दिया जाए। शिशु के 6 माह पूरे होने पर ऊपरी अनुपूरक आहार की शुरुआत स्तनपान के साथ की जाए। 2 वर्ष की आयु पूरी होने तक आहार के साथ स्तनपान जारी रखा जाए। जनसमुदाय को जागरूक करने एवं स्तनपान कराने में माता को सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन 1 अगस्त से 7 अगस्त 2024 तक किया जाएगा।
सीएमओ डॉक्टर. राजेश झा ने कहा कि विश्व स्तनपान सप्ताह की ग्लोबल थीम क्लोजिंग द गैप ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल अर्थात अंतर को कम करना सभी के लिए स्तनपान सहायता रखी गई है। स्तनपान संकल्प है, विकल्प नहीं। चिकित्सालयों,स्वास्थ्य केंद्रों में होने वाले प्रसव में चिकित्सक, स्टाफ नर्स, एलएचवी, एएनएम, आशा द्वारा सभी लाभार्थी एवं परिवार जनों को स्तनपान के लिए परामर्श दिया जाएगा तथा सभी गर्भवती महिलाओं को स्तनपान के लाभ और प्रबंधन के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। बच्चों के भूख के संकेत की पहचान कर शिशु की मांग पर स्तनपान कराने के लिए मां को प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही सभी चिकित्सालय में लिखित स्तनपान नीति की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।
वरिष्ट बाल रोग विशेषज्ञ व सीएमएस डॉक्टर एचके मिश्रा ने कहा कि स्तनपान से नवजात शिशु को प्राप्त होने वाले लाभ के साथ ही मां को प्राप्त होने वाले लाभ जैसे- अधिक रक्तस्राव का ना होना, गर्भाशय व स्तन कैंसर से बचाव तथा शिशु के साथ मां का भावनात्मक लगाव के विषय में जानकारी दी जाएगी।
कार्यशाला में एसीएमओ आरसीएच डॉक्टर. सुरेंद्र कुमार चौधरी, डॉक्टर. जेएन पाण्डेय , डॉक्टर. रणधीर सिंह, डॉक्टर प्रवीण पाण्डेय, डॉक्टर. नेहा मिश्रा, डीपीएम पूनम, डीसीपीएम राजेश गुप्ता, जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता विश्वनाथ मल्ल, डॉक्टर नितीश राय सहित स्टॉफ नर्स, सीएचओ, आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।