मिहींपुरवा बहराइच- गर्मियों में बरसात शुरू होते ही कीड़े मकोड़े जीव जंतु सब अपने बिलों से बाहर निकल आते, जिसमें कुछ जीव जंतु जहरीले प्रवृत्ति के होते हैं कुछ में जहर नहीं होता है, इसी तरह सांपों के भी अलग-अलग प्रजातियां भारत में पाई जाती है, बरसात के दिनों में इन सभी का किसी स्थान पर पाया जाना आम बात है, कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग क्षेत्र के मोतीपुर रेंज अंतर्गत मिहींपुरवा चौराहे से गोपिया बैराज की जाने वाली रोड के दरोगा पुरवा गांव निवासी राशिद अली पुत्र अकबर अली के लोहे के गोदाम में एक विशाल सांप को देखकर हड़कंप मच गया, सूचना वन विभाग को दी गई, सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया। वन कर्मी डीएन तिवारी ने बताया यह पकड़ा गया सांप रसेल वाइपर है, जो काफी जहरीला होता है, यह सभी स्थानों पर नहीं पाया जाता है, इसकी लंबाई लगभग तीन फिट थी, देखने में अजगर जैसा होता है किंतु इसकी लंबाई अजगर से कम होती है, और यह काफी जहरीला होता, बरसात के दिनों में या पहाड़ी क्षेत्र से बहकर कहीं चला आया है अन्यथा इस तरह के सांप इन क्षेत्रों में नहीं पाए जाते हैं।