ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ने के बाद अघोषित विद्युत कटौती से मिल सकती है निजात
बलिया। बीते डेढ़ माह से विकास खण्ड सोहांव के बसंतपुर स्थित विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांवों को दो से तीन घंटे की आपूर्ति मिल रही है। विभाग इसके पीछे ओवरलोड बताते हुए उपकेंद्र की क्षमता बढाने की बात करता रहा। अब उपकेंद्र पर 10 एमवीए का ट्रांसफार्मर पहुंच चुका है। लेकिन यह किस मद से आया है विभाग को इसकी जानकारी नहीं है। खैर जो भी हो अब विद्युत आपूर्ति सुधरने की उम्मीद दिखने लगी है।
सबसे बड़ी बात यह है कि अप्रैल व मई महीने में जब तापमान 48 डिग्री तक पहुंच गया था और बिजली की खपत बढी हुई थी उस समय इसी ट्रांसफार्मर से निर्बाध आपूर्ति हो रही थी। बारिश के बाद जब तापमान में गिरावट आई और बिजली की खपत कम हो गई तो अचानक ओवरलोड कैसे बढ़ गया। उधर, उपकेंद्र के ट्रांसफार्मर को लेकर इलाके में राजनीति भी खूब हो रही है। बता दे कि कुछ दिनों पहले उपकेंद्र पर विधायक संग्राम सिंह यादव ने दावा किया कि उन्होंने बहुत पहले ही अपने निधि से धन बिजली विभाग को दिया था। जबकि डीआरडीए के अधिकारी बता रहे कि ऐसा कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं है। इतना ही नहीं विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता नरेंद्र प्रकाश ने बताया कि हमे जानकारी नहीं है कि यह ट्रांसफार्मर कैसे आया है। भरौली गांव के चंद्रमणि राय ने आरटीआई के तहत आवेदन देकर विद्युत विभाग से ट्रांसफार्मर के लिए विधायक की ओर दी गई धनराशि की जानकारी मांगी है।