नई दिल्ली। कांग्रेस के सांसद और महासचिव (संगठन) केसी वेणुगाेपाल ने आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानाें में छात्राें के आत्महत्या करने के साथ दिल्ली के काेचिंग सेंटर में हुए छात्राें के माैत पर लाेकसभा में चिंता व्यक्त की। उन्हाेंने कहा कि उन्हें यह पता नहीं है कि सरकार कोई कार्रवाई कर रही है या नहीं। उन्हाेंने इन मुद्दाें पर केंद्र से तत्काल विचार करने काे भी कहा। उन्हाेंने इन मामलाें पर की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी भी मांगी है।
साेमवार काे लाेकसभा में सांसद केसी वेणुगाेपाल ने 2023 के दाैरान केंद्र सरकार के एक मंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि 2018-22 के बीच वर्षों में आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानाें के 80 छात्रों ने केवल उच्च शिक्षा में आत्महत्या की। इसका मुख्य कारण इन कॉलेजों में हो रहा जातिगत भेदभाव है। इन संस्थानों में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों के साथ अलग-अलग व्यवहार किया जा रहा है।
वेणुगाेपाल ने आगे कहा कि परसों (शनिवार) दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की जान चली गई। उन्हाेंने कहा कि जिन भवनाें कोचिंग सेंटर चल रहे हैं, उनके पास भवन का स्वीकृत नक्शा नहीं था। कुछ कोचिंग सेंटर माफिया बन गए हैं। सांसद ने आगे कहा कि यह उन बड़े मुद्दों में से एक है जिस पर तत्काल विचार किया जाना चाहिए।