डॉ. सोनेलाल पटेल एजुकेशन स्कूल की प्रबंधक और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

कानपुर। अरौल स्कूली वैन हादसे में पुलिस ने डॉ. सोनेलाल पटेल एजुकेशन स्कूल की प्रबंधक और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने इस मामले में स्कूल की प्रधानाचार्य को भी आरोपी बनाया है। इस मामले में वैन चालक पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

अरौल स्थित डॉ. सोनेलाल पटेल एजुकेशन स्कूल के छात्र-छात्राओं की छुट्टी होने पर स्कूल से संबद्ध वैन में चालक हलपुरा निवासी हरिओम कटियार 8 फरवरी 2024 को नौ छात्र-छात्राओं को लेकर उनके घर छोड़ने जा रहा था। सरैय्या के पास तेज रफ्तार लोडर ने वैन में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वैन अनियंत्रित हो गई। जब तक चालक गाड़ी संभाल पाता वैन आगे खड़े ट्रक से टकरा गई।

हादसे में दो लोगों की हो गई थी मौत
हादसे में 13 वर्षीय छात्र यश तिवारी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि कुछ दिनों बाद उपचार के दौरान निष्ठा की मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में शुक्रवार को यश तिवारी के पिता आलोक तिवारी की तहरीर पर अरौल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वैन चालक, लोडर चालक के अलावा पुलिस ने स्कूल की प्रबंधक कृष्णा पटेल और प्रधानाचार्य दीपा निगम को भी आरोपित बनाया था।

स्‍कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य को भी माना गया दोषी
पुलिस ने हादसे के बाद वैन चालक हरिओम कटियार व लोडर चालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिनके खिलाफ चार्जशीट पहले ही जा चुकी है। अब पुलिस ने स्कूल प्रबंधक कृष्णा पटेल और प्रधानाचार्य दीपा निगम को भी दोषी माना है। आरोप है कि इन्होंने बिना ड्राइविंग लाइसेंस वैन चालक को वैन चलाने की अनुमति दी थी।

इंस्पेक्टर अरौल अखिलेश पाल ने बताया कि पुलिस ने इस जांच में वैन सवार बच्चों व अन्य करीब 40 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। बयानों में बच्चों ने बताया कि प्रधानाचार्य ने अपनी वैन बताकर बच्चों को उसमें बैठाया था। स्कूल की प्रबंधक व प्रधानाचार्य दोनों को दोषी मानते हुए पूरक चार्जशीट अदालत में दाखिल की गई है।

नशे में था चालक, 100 किमी प्रति घंटा थी वैन की गति
इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि वैन चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। हादसे के वक्त वह नशे में था और वैन की गति भी 100 किमी प्रति घंटा थी। पुलिस के फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल और वैन की हालत देखकर यह निष्कर्ष निकाला है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, वैन और लोडर दोनों तेज गति में थे। सामने खड़ा ट्रक देखकर वैन चालक ने ब्रेक लगाई, लेकिन पीछे चल रहा लोडर अपनी गति नियंत्रित नहीं कर सका और वैन में पीछे से टक्कर मार दी। इससे वैन की गति और बढ़ गई और गाड़ी खड़े ट्रक में घुस गई।

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