पीलीभीत। गन्ना विकास परिषद पीलीभीत के क्रिटिकल गांव खमरिया-पुल में गन्ना किसान संस्थान शाहजहांपुर द्वारा कृषक प्रशिक्षण एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता खमरियापुल के प्रगतिशील गन्ना कृषक धर्मपाल सिंह ने की पीके कपिल,सहायक निदेशक गन्ना किसान संस्थान,शाहजहांपुर एवं डॉ. आरडी तिवारी,वरिष्ठ वैज्ञानिक सेवा निवृत्त ने गन्ना की उत्पादकता बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं उपस्थित कृषकों से संवाद भी किया। संवाद के दौरान कृषकों के प्रश्नों का उत्तर दिया व गन्ना फसल उत्पादन से सम्बंधित समसामयिक समस्यायों का समाधान भी दिया। कपिल ने पोक्काबोइंग की जानकारी देते हुये बताया कि यह रोग गन्ने की फसल में जुलाई, अगस्त व सितम्बर माह में देखने को मिलता है।बरसात के कारण तापमान में कमी और वातावरण में नमी बढ़ना इस रोग के फैलने की सबसे अनुकूल स्थिति मानी जाती है। यदि इस रोग का उपचार समय रहते नहीं किया गया तो प्रभावित फसल की उत्पादकता पर बेहद विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकता है। रोग की पहचान है कि पत्तियों के निचले हिस्से में पीलापन दिखाई देता है। प्रभावित पत्तियां सामान्य पत्तियों की तुलना में छोटी, मुड़ी हुई, एक दूसरे में फंसी हुई और विकृत दिखाई देती हैं। फिर संक्रमित पौधों का शीर्ष सड़कर भूरे या काले रंग का हो जाता है।
पत्तियों से संक्रमण नीचे की ओर बढ़कर गन्ने की पोरियों को भी प्रभावित कर देता है। अन्तिम चरण में गन्ने की पोरियों पर अन्दर और बाहर कटे हुए धारियों के निशान नजर आते हैं और गन्ने की बढ़वार भी रुक जाती है। इस प्रकार के लक्षण नजर आने पर कार्बेन्डाजिम 50 डब्लू पी का 0.1 प्रतिशत, 400 ग्राम फफूंदनाशी अथवा कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50 डब्लूपी के 0.2 प्रतिशत, 800 ग्राम फफूंदनाशी का 400 लीटर पानी के साथ प्रति एकड़ की दर से घोल बनाकर 15 दिन के अन्तराल पर दो बार पर्णीय छिड़काव करें।जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत खुशीराम भार्गव ने सीमांत कृषकों को भी समय से गन्ना पर्ची की उपलब्धता पर विभागीय नियमों से अवगत कराया। उन्होंने कृषकों से आग्रह किया कि सभी कृषक गाँव मे चल रहे सट्टा प्रदर्शन में 63 कॉलम की सूचना ठीक से देख कर समय से आवश्यक संशोधन करवा लें एवं गन्ना की आपूर्ति चीनी मिल को ही करें तथा अपने बेसिक कोटा का लाभ भी उठाये।ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक रामभद्र द्विवेदी ने बताया कि विशेष अभियान के अन्तर्गत गन्ना समिति के सदस्य बनाने हेतु गोष्ठी स्थल पर ही विशेष काउंटर लगाया गया है।जहां किसान अपनी सदस्यता हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। समिति सदस्यता के पंजीकरण एवम उपज बढ़ोतरी के आवेदन 30 सितम्बर 2024 तक किये जा सकते हैं। गोष्टी में ओमप्रकाश गंगवार, धर्मपाल,राजेश कुमार, फतेहचंद,मिढ़ईलाल, रामबहादुर,नत्थूलाल,बुद्धसेन, रामभरोसे लाल,हीरालाल, नरेश चंद्र,रामपाल एवं झांझनलाल आदि कृषकों ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम में एलएच।शुगर मिल पीलीभीत के अधिकारी संजीव राठी, प्रदीप सिंह के अलावा गन्ना पर्यवेक्षक आदि उपस्थित रहे।