मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है। साथ ही शासन स्तर से भी यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरी गंभीरता बरती जा रही है। इसी उद्देश्य से मुजफ्फरनगर में एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड) की टीम भी भेजी गई है।
शनिवार की सुबह लखनऊ से पहुंची एटीएस की टीम ने मुजफ्फरनगर में शिवचौक पर डेरा डाला। यहां एसएसपी अभिषेक सिंह ने टीम में शामिल जवानों को कांवड़ यात्रा रूट के संबंध में जानकारी दी और पूरी मुस्तैदी से निगरानी का निर्देश दिया। बता दें कि हरिद्वार से प्रतिदिन लाखों कांवड़ियां श्रद्धालु गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर आ रहे हैं।
मुजफ्फरनगर में इनकी सर्वाधिक भीड़ रहती है, क्योंकि यहां शिवचौक मंदिर की परिक्रमा करते हुए शिवभक्त हरियाणा राज्य के विभिन्न जनपदों के साथ ही राजस्थान और दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, हापुड़ लिए भी निकलते हैं।
240 किलोमीटर का है पूरा रूट
जनपद में कांवड़ यात्रा का पूरा रूट लगभग 240 किलोमीटर का है। यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने दो हजार से ज्यादा स्थानों पर सीसीटीवी लगाए हैं। प्रत्येक दो किलोमीटर की दूरी पर पुलिस की तैनाती की गई है।
इंटेलिजेंस टीम मुस्तैद, डॉग स्क्वॉड के साथ चलाए अभियान
22 जुलाई से शुरू हुई कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है। लेकिन लगातार हो रही मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद से इंटेलिजेंस की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। शुक्रवार देर रात इंटेलिजेंस की कई टीमों ने डॉग स्क्वॉड के साथ उत्तराखंड की सीमा से लेकर शामली, बिजनौर और मेरठ की सीमा तक सघन चेकिंग अभियान चलाया।
खुफिया जांच कर रहीं टीमें
इंटेलिजेंस की टीम के साथ सिविल पुलिस में मुस्तैद रही। सबसे पहले शिव चौक पहुंची इंटेलिजेंस की टीम में अपने स्तर पर खुफिया जांच की और इसके बाद दिल्ली देहरादून हाईवे, गंगानगर की पटरी, शामली और बिजनौर को जाने वाले कांवड़ मार्ग पर अभियान चलाया।
स्थानीय खुफिया विभाग में भी ड्रोन कैमरे से कांवड़ मार्ग की निगरानी की। इंटेलिजेंस की टीम के अलावा डीएम और एसएसपी भी कांवड मार्ग की पल-पल की खबरें ले रहे हैं। साथ ही सीसीटीवी कैमरों की मदद से कंट्रोल रूम में तैनात पुलासकर्मी पैनी नजर बनाए हुए हैं।