इस्लामाबाद। पासपोर्ट इंडेक्स जारी करने वाली संस्था हेनले एंड पार्टनर्स की रैंकिंग में पाकिस्तान का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। इस रैंक में एशियाई देश सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली है, वहीं भारत ने इस लिस्ट में 82 वां स्थान हासिल किया है, ये पिछले साल से बेहतर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगातार चौथे साल पाकिस्तानी पासपोर्ट ने खराब स्थान पर अपनी जगह बनाए रखी है।पाकिस्तान को दुनिया के चौथे सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में स्थान दिया है। पाकिस्तान का पासपोर्ट यमन के साथ 100वें स्थान पर है, जो 33 देशों में वीजा फ्री एंट्री देता है। हालांकि पाकिस्तान की रैकिंग इराक (101), सीरिया (102) और अफगानिस्तान (103) से ऊपर है।
2023 में क्या थी पाकिस्तान की रैंकिंग?
जानकारी के लिए बता दें कि 2023 में पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया में 106 नंबर पर था। 2023 में पाकिस्तानी पासपोर्ट पर 32 देशों में ही बिना वीजा घूमा जा सकता था, लेकिन अब 33 देशों में जाया जा सकता है। यह सूचकांक 199 देशों के यात्रा दस्तावेजों को उन गंतव्यों की संख्या के आधार पर रैंक करता है, जहां उनके उनके यूजर्स बिना वीजा के विदेशों में एंट्री कर सकते हैं
इस लिस्ट में अफगानिस्तान दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में मजबूत बना हुआ है,अफगानिस्तान के नागरिकों को केवल 26 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिल सकती है। 19 साल के इतिहास में ये अब तक का सबसे कम स्कोर दर्ज किया गया है। इस लिस्ट में सिंगापुर सबसे आगे है, सिंगापुर के नागरिकों को 195 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिल सकती है।
जापान, फ्रांस सहित अन्य देशों का क्या है हाल?
दूसरे स्थान पर जर्मनी, इटली, जापान, फ्रांस और स्पेन हैं जो 192 देशों तक पहुंच प्रदान करते हैं। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, आयरलैंड, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन हैं, जो 191 देशों में वीजा-फ्री एंट्री देते हैं।