केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश करते हुए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.9 प्रतिशत रखा। 1 फरवरी को पेश अंतरिम बजट में उन्होंने इसे सकल घरेलू उत्पाद का 5.1 प्रतिशत आंका था।
जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में, सरकार ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.9 प्रतिशत तय किया था। बाद में, 2023-24 के लिए इसे घटाकर 5.8 प्रतिशत कर दिया गया था।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025-26 में राजकोषीय घाटे को 4.5 प्रतिशत तक पहुंचाना है।
उल्लेखनीय है कि राजकोषीय घाटा किसी वित्तीय वर्ष में सरकार के कुल राजस्व और कुल व्यय के बीच का अंतर है। राजकोषीय घाटा तब उत्पन्न होता है जब किसी सरकार का व्यय किसी वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा अर्जित राजस्व से अधिक होता है। राजकोषीय घाटे की गणना किसी वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा प्राप्त कुल राजस्व को उसी अवधि के दौरान किए गए कुल व्यय से घटाकर की जाती है।