सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला,, रेस्क्यू कर सभी को निकाला।
एनडीआरएफ के साथ-साथ एसएसबी ने भी संभाल रखी थी कमान
मिहीपुरवा बहराइच-तहसील मिहींपुरवा के थाना सुजौली अंतर्गत चहलवा गांव के 100 से अधिक खेती का कार्य करने गए लोग शुक्रवार शाम अचानक नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी के बीच में टापू पर फंस गये, जिसकी सूचना मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया, तहसील से लेकर जिले तक प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। सूचना मिलने पर एसडीएम मिहींपुरवा संजय कुमार एवं तीन थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर हालात की जानकारी लेने के साथ स्थलीय निरीक्षण कर पानी के बीच फंसे लोगों को बचाने की तैयारी में जुट गया, घाघरा नदी में टापू पर फंसे लोगों की सुरक्षा को लेकर पूरी रात प्रशासनिक अमला रात भर मौके पर डटा रहा, प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शुरू हुए रेस्कयू ऑपरेशन मे स्थानीय नाव चालकों और बढ़ चौकिया पर स्थित लोगों के द्वारा देर रात 63 लोगो सफल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया।लेकिन घाघरा नदी के टापू पर फंसे लोगों की सुरक्षा को लेकर रात भर अफरातफरी का माहौल रहा। फिर सुबह होते ही टापू पर फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू शुरू हुआ, एनडीआरएफ साथ-साथ , ,एसएसबी ने भी कमान संभाल रखी थी। सुबह तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में घाघरा नदी के टापू पर फंसे चहलवा गांव के 100से अधिक ग्रामीण सुरक्षित निकाले गए। डीएम मोनिका रानी और एसपी वृंदा शुक्ला ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लेते हुए रेस्क्यू में लगे कर्मचारियों का हौसला बढ़ाते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
गिरिजापुरी बैराज से घाघरा नदी में छोड़ा गया 2.45 लाख क्यूसेक पानी, नदी के टापू पर फंसे थे सौ से अधिक लोग,
नेपाल में भारी वर्षा के चलते नेपाल से भारतीय क्षेत्र में आने वाली नदियों का जल स्तर शुक्रवार को अचानक बढ़ गया था। जलस्तर में बढ़ोत्तरी का प्रमुख कारण चौधरी चरण सिंह गिरिजापुरी बैराज से घाघरा नदी में रिलीज हो रहा 2.45 लाख क्यूसेक पानी रहा। हालांकि अब जलस्तर में कमी आने लगी है, लेकिन नदी में टापू पर फंसे 100 से अधिक लोगों की सुरक्षा को लेकर पूरी रात प्रशासनिक अमला डटा रहा, टापू पर फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल कर बसों से उनके गांव तक सुरक्षित भेजा गया। उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा संजय कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।