अपने बेटे की शादी में हुए खर्च को सरकारी कोष से देने पर अल्पसंख्यक कांग्रेस ने ज्ञापन भेजकर मनोज सिन्हा से मांगा इस्तीफ़ा
लखनऊ: अल्पसंख्यक कांग्रेस ने ज़िला अधिकारियों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा को ज्ञापन भेजकर अपने बेटे की शादी में हुए भोजन के खर्च का सरकारी कोष से भुगतान कराने का आरोप लगने पर पद से इस्तीफ़ा देने की मांग की है.
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर विभिन्न कारणों से चरमपंथी गतिविधियों का केंद्र रहा है. जिसके कारण यहाँ के विकास पर आने वाले खर्च को केंद्र द्वारा दिए जाने वाले आर्थिक सहयोग से ही पूरा किया जाता है. हमारी सरकारों की कोशिश रही है कि इन आर्थिक सहयोगों से वहाँ की स्थिति को सामान्य बनाते हुए
पाकिस्तान प्रायोजित अलगाववाद और चरमपंथ के प्रभाव को कम किया जा सके. ऐसे में जम्मू-कश्मीर सरकार के पूर्व सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो अध्यक्ष अशोक कुमार रणछोड़ द्वारा लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा पर लगाया गया आरोप शर्मनाक के साथ ही कश्मीर की सुरक्षा के साथ समझौता किए जाने के समान है कि उन्होंने 16 फरवरी 2021 को अपने बेटे अभिनव सिन्हा की शादी समारोह में अतिथियों के खाने पर हुए खर्च 1071605 रुपये का भुगतान सरकारी कोष से कराया.
शाहनवाज़ आलम ने मनोज सिन्हा के इस भ्रष्ट आचरण को उत्तर प्रदेश और खासकर पूर्वांचल के लोगों का अपमान भी बताया और कहा कि अगर मनोज सिन्हा ये पैसा राजकोष में जमा नहीं कराएंगे तो अल्पसंख्यक कांग्रेस एक-एक रुपया इकट्ठा करके राजकोष को हुए इस नुकसान की भरपाई करने का अभियान चलायेगा.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मनोज सिन्हा के इस आचरण से जम्मू-कश्मीर के लोगों में यह संदेश गया है कि एक तरफ तो वो अलगाववाद के शिकार हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक स्तर पर भी मनोज सिन्हा जैसे भ्रष्ट लेफ्टिनेंट गवर्नर उनके हक़ पर डाका डाल रहे हैं.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से मनोज सिन्हा को अपने पद से इस्तीफ़ा दे देने की मांग की गयी है.