कोलकाता । पश्चिम बंगाल में शेख शाहजहां के अंदाज में दबंगई करने वाले एक और अपराधी के बारे में खुलासा हुआ है। दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में तृणमूल से जुड़े जमालुद्दीन सरदार पर महिलाओं को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगे हैं। आरोप है कि यदि महिलाएं ग्राम सभा (कंगारू कोर्ट) की बात नहीं मानती थीं, तो उन्हें जंजीरों से बांधकर पीटा जाता था। जब ये आरोप सामने आए, तो तृणमूल कांग्रेस ने जमाल से दूरी बना ली। जमाल के खिलाफ आरोप लगते ही पुलिस ने उसके दो सहयोगी मुजिद खां और अरविंद सरदार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार को जंजीरों से बांधकर पिटाई करने के मामले में इन्हें पकड़ा गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जमाल पर कई अन्य आरोप भी हैं, जैसे दूसरों की जमीन पर कब्जा करके महलनुमा घर बनाना। वह पूरे क्षेत्र में मोरल पुलिसिंग भी करता है। पुलिस में शिकायत करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। जमाल ने इन आरोपों को यह कहकर खारिज कर दिया था कि उसने जंजीरें अपने घोड़े और गाय के लिए रखी थीं लेकिन मंगलवार से जमाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। एक के बाद एक महिलाएं जमाल के खिलाफ सामने आ रही हैं। एक महिला और उसके पति को पूरी रात पीटने का आरोप जमाल पर है।
रुबिजान बीबी नाम की एक महिला ने आरोप लगाया, “मेरे पति शाहरुख शेख को जंजीरों से बांधकर उल्टा लटकाया गया और पूरी रात पीटा गया। मैंने अपने पति को बचाने के लिए जमाल के हाथ-पैर जोड़े, लेकिन उसने मुझे भी पीटा।”
जमाल द्वारा प्रताड़ित महिलाओं में से एक, रशीदा बीबी, के घर मंगलवार रात को सोनारपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की विधायक लवली मैत्रा पहुंचीं। इस घटना के बाद पीड़िता विधायक के कार्यालय भी गई। रशीदा ने कहा, “इस घटना का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। लेकिन उत्पीड़न के बाद वह स्थानीय पंचायत सदस्य के पास गईं, लेकिन उसे वहां से भगा दिया गया। बाद में वह विधायक और भाजपा महिला मोर्चा की नेता अग्निमित्रा पाल के पास गईं।
विधायक लवली ने कहा, “स्थानीय पंचायत सदस्य ने उनकी मदद क्यों नहीं की, यह पार्टी की ओर से जांच की जाएगी।” उन्होंने कहा, “आरोपित जमाल को गिरफ्तार किया जाएगा। कानून अपना काम करेगा। हालांकि, तृणमूल का जमाल से कोई संबंध नहीं है।” पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जमाल के खिलाफ विभिन्न आरोपों की जांच की जा रही है और उसकी तलाश जारी है।