महराजगंज। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की प्रथम किस्त लेकर फरार हुए लाभार्थियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। रविवार को परियोजना निदेशक डीआरडीए रामदरस चौधरी ने निचलौल ब्लाक सभागार में बैठक कर आवास के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने फरार और गांव छोड़कर पलायन करने वाले लाभार्थियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने और धन की रिकवरी कराने का आदेश दिया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा में परियोजना निदेशक ने पाया कि निचलौल ब्लाक क्षेत्र में वर्ष 2016-17 से वर्ष 2023-24 तक कुल 12481 आवास बनने थे। लेकिन अभी तक 12370 आवास ही बने हैं। 111 आवास अधूरे हैं।
उन्होंने कहा कि जिनके आवास बन सकते हैं, उनको इसके लिए 10 दिन का अंतिम अवसर देकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जो अपात्र हैं अथवा जिनके आवास बनने योग्य नहीं है, उनसे दी गई धनराशि की वसूली की जाए। इसके अलावा जिन लाभार्थी के न आवास बन सकते हैं और न किस्त की वसूली हो सकती हैं, उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसमें लापरवाही पाए जाने पर सचिवों की भी जवाबदेही भी तय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि मेघौली खुर्द की लाभार्थी सुमन का कहीं पता नहीं चल रहा है। वह अपने परिवार सहित ग्राम पंचायत से पलायित होकर किसी अज्ञात जगह पर चली गई है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत किशुनपर की ममता ससुराल छोड़कर एक वर्ष से मायके में रह रही हैं। बढ़या मुस्तकी के लाभार्थी हीरालाल दैनिक मजदूरी के लिए महराजगंज में है। बजही की सीता परिवार सहित ग्राम पंचायत से पलायन करके नेपाल चली गई हैं।
शीतलापुर की मंजू दो से तीन वर्षों से अपने परिवार सहित ग्राम पंचायत छोड़कर चली गई है। सोहगीबरवा की सुक्की घर छोड़कर चली गई थी। दो दिन पूर्व पति लेकर घर आया। खेसरहा शीतलापुर की सोनिया का कुछ पता नहीं चल रहा है। पिपराकाजी की पूनम अपने पति के साथ महराजगंज में रहती हैं।
छतिया की अंजली का पता नहीं चल रहा है। यहीं की रहने वाली पुष्पा भी आवास निर्माण की धनराशि निकालकर पति के साथ गुजरात चली गई हैं। बहुआर खुर्द के गोपाल दो वर्ष पूर्व गांव छोड़कर कहीं अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। इन सभी के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
11 लाभार्थियों के विरुद्ध थाने में दी तहरीर
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का प्रथम किस्त लेकर फरार होने वाले लाभार्थियों के मामले में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराने के लिए बीडीओ की ओर से निचलौल थाने में तहरीर दी गई। पिछले दिनों प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा के दौरान निचलौल विकास क्षेत्र में 11 ऐसे लाभार्थी पाए गए जिन्होंने आवास की प्रथम किश्त लेकर मकान का निर्माण नहीं कराया था।
परियोजना निदेशक ने संबंधित सचिवों को लाभार्थियों से मिलकर आवास निर्माण शुरू कराने का निर्देश दिया था। सचिव उन लाभार्थियों के पास पहुंचे तो जो जानकारी सामने आई है उससे ब्लाक के कर्मी और अधिकारी आश्चर्य में पड़ गए। मामला परियोजना निदेशक तक पहुंचा तो कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इस बीच यह मामला सोशल मीडिया में भी चर्चा में आ गया।
खंड विकास अधिकारी ने ग्राम सचिवों की रिपोर्ट के आधार पर प्रथम किश्त लेने के बाद फरार 11 उन लाभार्थियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने तथा धन की रिकवरी कराने के आदेश दिए गए। इस क्रम में सोमवार को निचलौल की खंड विकास अधिकारी शमा सिंह ने सभी लाभार्थियों के विरुद्ध थाने में तहरीर दे दी है। निचलौल थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। विधिक राय के लिए भेजा गया है। जल्द ही मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।