ब्लैकमेलिंग कर युवती से शातिर युवक के पिता व चाचा ने ठग लिया था 28 तोला सोना- फिर आत्महत्या के लिए किया विवश
हरदोई। एक शातिर युवक द्वारा युवती को प्रेम जाल में फंसा कर अवैध संबंध बनाने, फिर अश्लील वीडियो/फोटो बनाकर ब्लैकमेल कर लाखों के जेवरात की ठगी करने, उसके बाद युवती को आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला सामने आया है।
वहीं पुलिस द्वारा मात्र आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में एफआईआर दर्ज कर पल्ला झाड़ लेने पर पीड़ित पिता न्याय पाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है दूसरी ओर शातिर युवक व उसका पिता भारत सरकार के मंत्रालय की नेम प्लेट व लाल-नीली बत्ती और हूटर लगी कार से बेधड़क घूम कर पुलिस को भी खुलेआम चुनौती दे रहे हैं।
आपको बता दें कि हरदोई के थाना कोतवाली शहर क्षेत्र के विभूति नगर के रहने वाले चंद्रपाल सिंह की बेटी कांति हरपालपुर के एक इंटर कॉलेज में पढ़ती थी वही शबनम नाम की लड़की उसकी सहेली बन गई जिस कारण कांती का शबनम के घर आना जाना शुरू हो गया, जहां सोची समझी साजिश के तहत शबनम ने कांति की मुलाकात अपने भाई निर्भय प्रताप सिंह से करवाई।
निर्भय प्रताप सिंह ने कांति को प्रेम जाल में फंसा लिया और उसके साथ अवैध संबंध बनाने के दौरान अश्लील वीडियो और फोटो बना लिए इसके बाद शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का सिलसिला। कांति ने धीरे-धीरे कर अपने घर से 28 तोला सोना निर्भय प्रताप सिंह को सौंप दिया जिसे उसने फर्रुखाबाद के एक ज्वेलर्स विपिन के यहां बेचा।
मामले में एक ऑडियो भी सामने आया है जिसमें ज्वेलर्स विपिन जेवरात खरीदने की बात को स्वीकार कर रहा है वहीं इसी के साथ कांति को निर्भय प्रताप सिंह शहर के चर्चित पूजा होटल जो कि कपल्स को कमरा किराए पर देने और अवैध वसूली करने को लेकर मशहूर है वहां ले जाकर निर्भय प्रताप सिंह ने फिर से कांति के साथ अवैध संबंध बनाए और फिर से अश्लील वीडियो/फोटो बनाए इसी के पश्चात जब कांति ने निर्भय से शादी करने की बात की तो उसने अपने पिता व चाचा के साथ मिलकर उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया जिसकी मोबाइल पर व्हाट्सएप चैटिंग भी सामने आई है वहीं तंग आकर कांति ने बीते 14 जून को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीड़ित पिता ने जब मामले की एफआईआर के लिए कोतवाली शहर में प्रार्थना पत्र दिया तो उसे पहले तो चार दिन दौड़ाया गया उसके बाद मात्र आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 में एफआईआर लिखकर पल्ला झाड़ लिया अब पीड़ित पिता न्याय पाने के लिए दर भटकने को मजबूर है।
वहीं निर्भय प्रताप सिंह का पिता दिनेश सिंह अपनी कार पर भारत सरकार के फॉरेन अफेएर्स और एजुकेशन मंत्रालय की नेम प्लेट व लाल-नीली बत्ती के साथ हूटर लगाकर अपने बेटे निर्भय प्रताप सिंह के साथ बेधड़क घूम कर रौब झाड़ रहा है और पीड़ित पिता को तरह-तरह की धमकियां देकर केस वापस लेने को मजबूर कर रहा है।
अब पीड़ित पिता चंद्रपाल सिंह ने निर्भय उसके पिता दिनेश सिंह तथा चाचा विमलेश कुमार सिंह द्वारा मिलकर रची गई इस साजिश का पर्दाफाश करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में भूख हड़ताल शुरू कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।