पीलीभीत। सरस्वती शिशु मंदिर मझोला के प्रधानाचार्य धनपाल सिंह और आचार्य रामवीर सिंह ने राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार के जिला प्रतिनिधि कपिल अग्रवाल से उनके जन सहयोग कार्यालय पर भेंट करके विद्यालय की कमजोर आर्थिक स्थिति पर चर्चा की और विद्यालय में पढ़ रहे शिशुओं को आधुनिक शिक्षा देने हेतु अति आवश्यक कंप्यूटर प्रयोगशाला एवं शिशु वाटिका कक्ष के निर्माण की अत्यधिक आवश्यकता बताते हुए छः लाख रुपए की अर्थित सहायता मंत्री ने अपनी निधि से करवाने हेतु आग्रह किया था।
विद्यालय के प्रबंधक विजय भाटिया ने बताया कि इस विद्यालय में शुल्क बहुत कम रखने से यहाँ गरीब परिवारों के बच्चों को भी पढने में सुविधा रहती है और उनका भविष्य उज्जवल हो इस हेतु विद्यालय पूर्ण रूप से प्रयासरत रहता है परन्तु शुल्क बहुत कम होने से आर्थिक रूप से विद्यालय के पास आवश्यक संसाधन पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्ययवाह डॉ रंजीत सरकार न कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विद्यालय है और शिशुओं को शिक्षा के साथ साथ भारतीय संस्कार प्रदान करता है। विद्यालय के अध्यक्ष डॉ सुरेन्द्र नाथ सिंह ने कहा कि देश की संस्कृति और गौरवशाली इतिहास से परिचित कराता है।जिससे एक अच्छे और राष्ट्रभक्त नागरिक का निर्माण हो सके जो कि एक जाग्रत और सभ्य समाज के निर्माण में अपना योगदान दे।जिला प्रतिनिधि कपिल अग्रवाल ने तत्काल दूरभाष पर मंत्री से वार्ता कर उनको इस सारे प्रकरण से अवगत कराया और उनसे इनमे सहायता हेतु अनुरोध किया जिस पर मंत्री ने कहा कि सरस्वती शिशु मन्दिर बाकी विद्यालयों से अलग हटकर जिस प्रकार संस्कार परक उच्च कोटि की शिक्षा समाज में दे रहा है.
वह अपने आप में अनुकरणीय है इस प्रकार की शिक्षा से ना सिर्फ बच्चों में भारतीय संस्कार आते हैं।अपितु वे अपने माता पिता समाज और देश के प्रति अपने कर्तव्यों से भी भली प्रकार परिचित होकर जिम्मेदार नागरिक बनते हैं।साथ ही साथ उनको अपने देश के गौरवशाली इतिहास की विस्तृत जानकरी होने से वे एक गर्वित भारतीय नागरिक बनते हैं और भविष्य में बड़े पदों पर जाकर समाज और देश हित में बड़े बड़े कार्य करते हैं। मंत्री ने फ़ोन पर बताया कि वे राष्ट्र निर्माण हेतु किये जा रहे हर कार्य के प्रति अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं और देश हित में बहुत अच्छा कार्य कर रहे सरस्वती शिशु मंदिर को निश्चित रूप से शिशुओं के विकास हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने में अपनी ओर से पूर्ण सहयोग करेंगे।