सद्भावना व सुहेलदेव एक्सप्रेस से कुछ एसी कोच हटाकर स्थायी रूप से अनारक्षित कोच जोड़े जाएंगे। इसी सप्ताह रेलवे इसे लागू कर रहा है। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी और उन्हें आरक्षित बोगियों में खड़े होकर सफर नहीं करना पड़ेगा। बहुत जल्द आला हजरत समेत कुछ अन्य ट्रेनों में भी अनारक्षित कोच जोड़े जा सकते हैं।
रेलवे द्वारा एक्स पर पोस्ट की गई सूचना के अनुसार (14008-07) आनंदविहार-रक्सौल सद्भावना एक्सप्रेस, (14016-15) आनंदविहार-रक्सौल सद्भावना एक्सप्रेस, (14014-13) आनंदविहार-सुल्तानपुर सद्भावना एक्सप्रेस, (14018-17) आनंदविहार-रक्सौल सद्भावना एक्सप्रेस में जनरल कोच की संख्या बढ़ाकर छह की जा सकती है।
इसके अलावा (22420-29) आनंदविहार-गाजीपुर सिटी सुहेलदेव एक्सप्रेस में अनारक्षित कोच की संख्या चार हो सकती है। डीआरएम राजकुमार सिंह ने बताया कि मंडल से गुजरने वाली जिन ट्रेनों में कोविड से पहले अनारक्षित कोचों की संख्या अधिक थी, उसी प्रकार व्यवस्था बनाई जा रही है।
मंडल की ओर से सुझाव जाने के बाद जोनल मुख्यालय इस पर काम कर रहा है। जरूरत पड़ने पर अनारक्षित क्लोन ट्रेनें भी चलाए जाने की चर्चा है। रेलवे की प्राथमिकता है कि आरक्षित कोचों में यात्रियों को परेशानी न हो और अनारक्षित यात्री भी ठीक से सफर कर सकें।
रेलवे स्टेशन पर मिलने लगा 20 रुपये का खाना
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए किफायती दरों खाने की बिक्री शुरू कर दी गई है। इकोनॉमी मील के तहत 20 रुपये में सात पूड़ी, सब्जी व आचार यात्रियों को दिया जा रहा है। इसके अलावा 50 रुपये में दो प्रकार के खाने के कॉम्बो पैक भी हैं।
इसमें दाल चावल, वेज बिरयानी, राजमा चावल, छोले चावल आदि हैं। बृहस्पतिवार को पहले दिन प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर ट्रेनों की जनरल बोगियों के सामने ट्रॉली स्टॉल लगाकर खाने की बिक्री की गई। यात्रियों ने इसे काफी पसंद किया।
सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने इकोनॉमी मील में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश कैंटीन संचालकों को दिए हैं। जल्द ही इकोनॉमी मील में कुछ अन्य व्यंजनों को भी जोड़ा जाएगा।
ट्रॉली स्टॉल के अलावा कैंटीन पर पहले की तरह यात्रियों को 70 रुपये की थाली भी उपलब्ध कराई जा रही है। सीनियर डीसीएम ने बताया कि जनरल कोच के यात्री इकोनॉमी मील का लाभ ले सकते हैं।