- ग्राम प्रधान के दबाव में आकर घटिया निर्माण सामग्री से बनाई गई इंटरलाकिंग सड़क की जांच में जेई द्वारा मनमानी रिपोर्ट लगाने के आरोप
- ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर उक्त मामले की एक उच्च स्तरीय जांच करवाकर प्रधान एवं जेई के विरूद्ध कारवाई करने की मांग की है
लखनऊ- राजधानी के बीकेटी विकासखंड क्षेत्र के गांव गोहनाकला निवासी दिनेश सिंह पुत्र पुन्ना स्व. राजबहादुर सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर संदर्भ संख्या 40015724048295 पर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हुए अपनी शिकायत में कहा है कि ग्राम पंचायत गोहनाकला में सुमिरन यादव के घर से किशोरीलाल जायसवाल के घर तक करीब 60 मीटर की इंटरलाकिंग सड़क बनाने में ग्राम प्रधान ने लाखों रुपये खर्च कर घटिया सामग्री लगाकर बनाया है।जिला विकास अधिकारी से शिकायत के बाद 15 जून को जेई अशोक कुमार द्वारा मौके पर इंटरलाकिंग सड़क की गुणवत्ता की जांच की गई थी।जेई को सड़क निर्माण में मौके पर गड़बड़ी भी मिली थी।लेकिन विभाग के जेई से साठगांठ कर प्रधान ने घटिया सामग्री लगाकर सड़क का निर्माण कर दिया। ग्रामीण दिनेश सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर उक्त मामले की एक उच्च स्तरीय जांच करवाकर प्रधान एवं जेई के विरूद्ध कारवाई करने की मांग की हैं।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत में दिनेश सिंह ने कहा है कि, ग्राम पंचायत गोहनाकला में बनाई जा रही लगभग 60 मीटर इंटरलाकिंग निर्माण कार्य में धड़ल्ले से घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है।गांव के लोगों ने प्रधान सहित ब्लाक के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।लेकिन फिर भी इंटरलॉकिंग की बॉक्सिंग के निर्माण कार्य में पीली ईंट का प्रयोग किया गया।ग्रामीणों की शिकायत पर खंडविकास अधिकारी पूजा पाण्डेय ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करवाई।जांच करने मौके पर पहुंचे अशोक कुमार सिंह जेई (ग्रा0अ0वि0) ने अवैध सुविधाशुल्क लेकर ग्राम प्रधान के मन मुताबिक अपनी जांच रिपोर्ट खंडविकास अधिकारी को सौंप दी। जबकि जांच में जेई को गड़बड़ी मिली थी। लेकिन जेई ने प्रधान के मन मुताबिक रिपोर्ट बनाई।इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों न बताया कि मानक विहीन कार्य किया गया है,लेकिन प्रधान प्रतिनिधि कुछ सुनते ही नहीं हैं। गांव के लोगों ने यह भी बताया कि खुलेआम पीले ईट से निर्माण कराया गया है। पक्की जोड़ाई में मौरंग,रेत व सीमेंट भी मानक के अनुसार नहीं मिलाया गया है।इससे सड़क चंद दिनों में ही जगह-जगह धंसने लग जाएगी।