- इंटरलॉकिंग कार्य में हो रही गड़बड़ी की जांच करने पहुंचे अवर अभियंता, जांच में मिली गड़बड़ी, फिर भी मन मुताबिक रिपोर्ट लगाकर अधिकारियों को किया गुमराह
- ग्रामीणों ने इंटरलाकिंग सड़क के निर्माण की गुणवत्ता की दोबारा किसी उच्च अधिकारी से जांच करवाने की मुख्यमंत्री से की मांग
लखनऊ- राजधानी के बीकेटी विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोहनाकला में सुमिरन यादव के घर से किशोरीलाल जायसवाल के घर तक करीब 60 मीटर की इंटरलाकिंग सड़क बनाने में ग्राम प्रधान ने लाखों रुपये खर्च कर दिए। उसके बाद भी इंटरलाकिंग सड़क के दोनों तरफ़ की बॉक्सिंग में अव्वल ईंट न लगाकर पूरी सड़क घटिया निर्माण सामग्री का धड़ल्ले से प्रयोग कर इंटरलाकिंग सड़क का कार्य पूर्ण कर दिया गया।गांव के स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मांग है कि इंटरलाकिंग में पूरे निर्माण सामग्री की जांच करवाते हुए संबंधित अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।औऱ इंटरलाकिंग सड़क के नाम पर दुरपयोग किये गए सरकारी धन की जिम्मेदारों से रिकवरी की जाए।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही ना खाऊंगा ,ना खाने दूँगा का नारा देते हो, लेकिन बीकेटी विकास खंड में जमीनी हकीक़त इन सब से परे है।विकासखंड बीकेटी के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोहनाकला में बनाई जा रही लगभग 60 मीटर इंटरलाकिंग निर्माण कार्य में धड़ल्ले से घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया।गांव के लोगों ने प्रधान सहित ब्लाक के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए ।मुख्यमंत्री योगी भ्रष्टाचारियों पर नकेल लगाने की पूरी तरह से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बीकेटी ब्लाक में मनचाहे ठेकेदारों को सड़क और नाली निर्माण का टेंडर दिया जाता हैं और यह ठेकेदार सड़क और नाली निर्माण में भ्रष्टाचार की ईट लगाने से बाज नहीं आते। गोहनाकला गांव में इंटरलॉकिंग की बॉक्सिंग के निर्माण कार्य में पीली ईंट का प्रयोग किया गया।ग्रामीणों की शिकायत पर खंडविकास अधिकारी पूजा पाण्डेय ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करवाई।जांच करने मौके पर पहुंचे अशोक कुमार सिंह अवर अभियंता (ग्रा0अ0वि0) ने अवैध सुविधाशुल्क लेकर ग्राम प्रधान के मन मुताबिक अपनी जांच रिपोर्ट खंडविकास अधिकारी को सौंप दी। इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों न बताया कि मानक विहीन कार्य किया गया है,लेकिन प्रधान प्रतिनिधि कुछ सुनते ही नहीं हैं। गांव के लोगों ने यह भी बताया कि खुलेआम पीले ईट से निर्माण कराया गया है। पक्की जोड़ाई में मौरंग,रेत व सीमेंट भी मानक के अनुसार नहीं मिलाया गया है।इससे सड़क चंद दिनों में ही जगह-जगह टूटने लग जाएगी।