लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के ‘‘सेंसस डाटा रिसर्च वर्कस्टेशन’’ का ऑनलाइन शुभारंभ व विश्वविद्यालय के मूल्यांकन भवन का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्कस्टेशन स्थापित होने से क्षेत्र के शिक्षाविदों, शोधार्थियों एवं छात्र-छात्राओं के लिए व्यापक अनुसंधान का वातावरण तथा अवसर उत्पन्न होगा। इस सन्दर्भ में हस्ताक्षरित एमओयू विश्वविद्यालय की प्रगति में एक नए सोपान का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि जनगणना के सूक्ष्म स्तर के आंकड़े, विकासपरक नीतियों के निर्माण, उनके अनुश्रवण तथा योजनाओं के मूल्यांकन में सहायक होते हैं।
विश्वविद्याल परिसर में मूल्यांकन भवन की आधारशिला रखते हुए राज्यपाल ने भवन के ससमय एवं गुणवत्तायुक्त निर्माण की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि सुदृढ़ आधारभूत ढांचे के साथ ही कोई भी संस्थान अपने कार्य निष्पादन की गति में तेजी ला सकता है। विश्वविद्यालय में एक शुचितापूर्ण और पारदर्शी व्यवस्था बनाए जाने की भी अपेक्षा की। विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थाओं के लिए विद्यार्थियों का हित सर्वोपरि होना चाहिए। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अग्रणी भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने अनुसंधान पक्ष को मजबूत करें तथा अधिक से अधिक समाज उपयोगी शोध को बढ़ावा दें।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ स्वयं को संतृप्त करना नहीं बल्कि आसपास के परिवेश, समाज और देश को समृद्ध और संतृप्त करना है। इस क्रम में उन्होंने लिंगानुपात दूर करने के प्रयास, बेटियों के नामांकन में वृद्धि तथा उनके ड्रॉप आउट रेट को जीरो करने की भी अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में भवनों के निर्माण के लिए एजेंसी निर्धारित समय में अपना कार्य पूर्ण करें तथा इस संदर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा एक समिति बनाई जाए जो कार्य प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग करती रहे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के अध्यापक एवं छात्र-छात्राओं से माता के नाम पौधरोपण की भी अपील की। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन की प्रगति भी जानी तथा इस दिशा में गतिशीलता से कार्य करने के लिए निर्देशित किया।
ज्ञातव्य है कि सेंसस डाटा रिसर्च वर्कस्टेशन को विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी के साइबर लाइब्रेरी में स्थापित किया गया है इस संदर्भ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन व जनगणना कार्य निदेशालय की निदेशक शीतल वर्मा के मध्य एमओयू भी हस्ताक्षरित हुए। इसे स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य शिक्षण संस्थानों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों और डाटा यूजर को लाभान्वित तथा अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है।