कोलकाता। लोकसभा चुनाव के दौरान भले ही पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में कांग्रेस के साथ सीधे तौर पर चुनाव में नहीं उतर सकी थी। लेकिन अब राष्ट्रीय स्तर पर यह तस्वीर देखी जा सकती है। खबर है कि केरल के वायनाड में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के समर्थन में प्रचार के लिए इंडी गठबंधन के बाकी नेताओं की तरह ममता बनर्जी भी जा सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने शुक्रवार को इस बारे में बताया कि मुख्यमंत्री इस बारे में विचार कर रही हैं। हालांकि अभी फाइनल फैसला नहीं हुआ है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से केरल की वायनाड सीट से लोकसभा (लोस) उपचुनाव लड़ने जा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा के समर्थन में प्रचार करने का आग्रह किया है। चिदंबरम ने गुरुवार को कोलकाता आकर ममता से मुलाकात की थी।
खास बात ये है कि ममता के प्रियंका गांधी वाड्रा से बेहद अच्छे संबंध हैं।
ममता ने लोस चुनाव से पहले हुई इंडी गठबंधन की बैठक में प्रियंका के वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस अब चाहती है कि ममता प्रियंका के समर्थन में वायनाड जाकर प्रचार करें।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस तृणमूल के साथ अपने रिश्ते सुधारने की कोशिश में है। इसे उस दिशा में भी पहल बताया जा रहा है। गुरुवार को पी. चिदंबरम ने ममता बनर्जी से मुलाकात की थी और शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। चौधरी ममता बनर्जी के सबसे बड़े विरोधी नेता के तौर पर जाने जाते थे और इस वजह से उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का गुस्सा भी झेलना पड़ा था। अब अधीर रंजन चौधरी के चले जाने के बाद माना जा रहा है कि यह ऐसा मौका है जब तृणमूल और कांग्रेस दोनों करीब आ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि अधीर रंजन चौधरी के पुरजोर विरोध के कारण हालिया संपन्न लोकसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस-तृणमूल के बीच गठबंधन नहीं हो पाया था। इससे दोनों के संबंध में दरारें आ गई हैं। चिदंबरम का कोलकाता दौरा और बाद में अधीर चौधरी का इस्तीफा, इसी दरार को पाटने की कोशिश मानी जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा