जबसे बिसवां में नए खंड विकास अधिकारी आये है,तब से भ्रष्टाचार ने पकड़ी रफ्तार-सूत्र
सीतापुर । सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और जिरोटालरेंस की निति पर काम करने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ सीतापुर जिले में कार्यरत जिम्मेदार अधिकारियों के चलते केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना जमीनी धरातल पर उतरने से पहले ही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रही है।
गांव के मजदूरों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कर मजदूरों को दूसरे प्रदेश में पलायन से रोकने के लिए चलाई जा रही मनरेगा योजना जिम्मेदारों के चलते भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई है. इस पूरे भृष्टाचार में विकास खंड के सभी जिम्मेदार अधिकारी भी संलिप्त है क्योकि इनकी संलिप्तता के बगैर यह सब संभव ही नही है।
विकास खंड बिसवां की ग्राम पंचायत जांहगिराबाद में मनरेगा से चलाए जा रहे कार्यो में जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, पूरे मामले में तकनीकी सहायक,रोजगार सेवक व प्रधान की मिलीभगत सामने आयी है, ग्राम पंचायत में तीन कार्यो में 188 श्रमिको की हाजिरी लगाई जा रही है, पहले कार्य फरीदपुर मवासेपुर पेंटेड रोड से पैग़रवा मार्ग तक चकबन्ध निर्माण कार्य पर 57 श्रमिक की फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है जबकि काम महीनों से बंद है। दूसरे कार्य इस्राइल के खेत से कच्ची सड़क तक चकबन्ध कार्य पर 33 श्रमिको की हाज़िरी लगाई जा रही है वही मौके पर करने वाले श्रमिको की संख्या मात्र 2 है, तीसरे कार्य शहीद सरदार वल्लभ भाई पटेल अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर 98 श्रमिको की हाजीरी लगाई जा रही है, किन्तु काम लगभग 25 दिनों से बंद है, रोजगार सेवक घोटाला न पकड़ा जाए इसलिए ऑनलाइन हाजिरी में खेल कर देर शाम को पुरानी पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो लगा रहे है।
ग्राम पंचायत लालपुर के मजरा पट्टी में पुत्ती लाल के हाता से जहँगीराबद बॉर्डर तक चकबन्ध निर्माण कार्य पर 53 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई है, लेकिन मौके पर कार्य नही चलाया जा रहा है।
ग्राम पंचायत गुरेरा में डॉ० भीमराव अम्बेडकर अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत पैनी तालाब की खुदाई कार्य पर 56 श्रमिको की हाजिरी लगाई जा रही है, वही सूत्रों की माने तो काम करने श्रमिक 10 के आसपास ही आते है, दूसरे कार्य लक्ष्मणपुर से इसवापुर तक खर्जा खुदाई कार्य बंद चल रहा है, उसके बावजूद भी 44 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है।
ग्राम पंचायत पिपरा खुर्द में बिसवां रेउसा मार्ग से समसुल के खेत तक चकबन्ध कार्य पर 57 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है, लेकिन कार्यस्थल पर लगभग 20 लोग ही काम करते पाए गए।
विकास खंड हरगांव के ग्राम पंचायत बेनीपुर राजा में चल रहे मनरेगा कार्य प्राना के खेत से रामओतार के खेत तक ड्रेन सफाई कार्य इस कार्य पर 87 श्रमिको की हाज़िरी दर्ज की गई है, दर्ज की गई हाज़िरी में पुरानी फ़ोटो से फ़ोटो अपलोड बन्द कार्य पर हाजिरी दर्ज कर घोटाला किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत दईंरामा में चहुलवा तालाब की खुदाई कार्य पर 50 श्रमिको की फर्जी उपस्थिति दर्ज की जा रही है, दर्ज की गई उपस्थिति में काम बिना चलाये ही पुरानी फ़ोटो से फ़ोटो अपलोड की जा रही है।
ग्राम पंचायत मदनापुर में भतैया तालाब खुदाई कार्य मे फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, इस कार्य पर बिना कार्य के फर्जी हाजिरी दर्ज कर की जा रही है, जिम्मेदारो के द्वारा लगातार पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो अपलोड कर 58 श्रमिको की फर्जी श्रमिक हाजिरी दर्ज की गई है, सूत्रों की माने तो कुछ विशेष ग्राम पंचायतों को बी डी ओ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है, उन ग्राम पंचायतों की लिस्ट में मदनापुर भी आता है,विशेष आशीर्वाद के पीछे बी डी ओ पर कोई राजनीतिक दबाव है या कोई विशेष उद्देश्य इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
विकास खंड परसेंडी की ग्राम पंचायत अमोरा मोती सिंह में परसेंडी बॉर्डर से धीमौरा बॉर्डर तक ड्रेन खुदाई कार्य पर बिना काम चलाये ही 50 श्रमिको को हाजिरी दर्ज की जा रही है, वही हकीकत इसके विपरीत है, काम बहुत पहले ही पूर्ण हो चुका है, उसके बावजूद पंचायत सहायक के द्वारा फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है, इसके पीछे की वजह भी कमीशन की है क्योंकि स्टीमेट बनाने से पहले बनाने वाला कमीशन लेकर आवश्यकता से कई गुना ज्यादा मजदूरो का स्टीमेट बनाता है जिसके चलते काम पहले ही पूरा हो जाता है, और आगे के भुगतान के लिए फर्जी वादा किया जाता है।
*बॉक्स- खंड विकास अधिकारी बिसवां से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि नोट कर लिया गया है, जांच कराई जाएगी, वही दूसरी तरफ उन्होंने अपनी बातों में दबी जुबान से अपने अधीनस्थों के पक्ष भी लेते रहे।