अलीगढ़। शहर के प्रमुख संवेदनशील क्षेत्र मामूभांजा में मंगलवार देर रात हुई उन्मादी हिंसा में मुस्लिम युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद शहर में तनाव हो गया। मृतक के स्वजन की ओर से पंजीकृत कराए गए मुकदमे में पुलिस ने छह आरोपितों को जेल भेजा। वहीं आरोपितों को निर्दोष बताते हुए व्यापारी, भाजपा व हिंदू संगठनों के लोग बुधवार की सुबह सड़क पर आ गए। बाजार बंद कर प्रदर्शन किया। दो जगह धरना दिया, जिसमें भाजपा विधायक मुक्ता संजीव राजा और मेयर प्रशांत सिंघल शामिल हुए।
दोपहर में व्यापारी व भाजपाई जुलूस के रूप में संवेदनशील अब्दुल करीम चौराहे पर पहुंच गए। सामने ऊपरकोट की ओर से मुस्लिम समाज के लोग भी सब्जी मंडी चौराहे तक आ गए। इसी दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से एक युवक ने पत्थर फेंक दिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को खदेड़ कर स्थिति को संभाला। कुछ देर बाद मदारगेट स्थित मस्जिद पर किसी ने पत्थर फेंका गया।
क्या है पूरा मामला?
मामूभांजा क्षेत्र के मोहल्ला रंगरेजान के लोगों ने मंगलवार की रात घास की मंडी के औरंगजेब उर्फ फरीद को कपड़ा व्यापारी मुकेश चंद्र मित्तल के घर में जीने के रास्ते चढ़ते हुए पकड़ा था। आरोप है कि औरंगजेब चोरी के इरादे से चढ़ रहा था। इसके बाद लोगों ने जमकर पिटाई की। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। घटना का वीडियो वायरल हो गया।
10 नामजद, एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
औरंगजेब के घरवालों ने उन्मादी हिंसा में हत्या का आरोप लगाते हुए मुकेश चंद्र मित्तल के बेटे राहुल सहित 10 नामजद और एक दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया। इनमें से छह लोगों को पुलिस ने रात में ही गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में बुधवार सुबह करीब 10 बजे व्यापारियों व भाजपाइयों ने मामू भांजा में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। एडीएम सिटी व एसपी सिटी के समझाने पर भी नहीं हटे। इस दौरान जमकर नोकझोंक भी हुई। आक्रोशित व्यापारियों ने मीरुमल चौराहे पर करीब एक घंटा जाम लगाए रखा।
दोपहर करीब दो बजे कुछ युवा अब्दुल करीब चौराहे पर पहुंच गए और धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। इसे देख ऊपर कोट की तरफ से मुस्लिम युवक इकट्ठा हो गए। वे सब्जी मंडी चौराहे के पास तक आ गए। दोनों ओर से एक-दूसरे को लेकर टिप्पणी की गई। ऊपरकोट की तरफ से पत्थर फेकें जाने पर पुलिस ने दोनों पक्ष को खदेड़ दिया। एसएसपी ने धरनास्थल पर भी लोगों को समझाया। भरोसा दिया कि हत्या में दर्ज मुकदमे को गैर इरादतन हत्या में बदला जाएगा। इसके बाद धरना समाप्त हो गया। मोहल्ला रंगरेजान में कुछ हिंदुओं के मकान व दुकान पर पलायन के बोर्ड लगा दिए हैं।