डीएम की अध्यक्षता में किसानों की बैठक सम्पन्न
बलिया। किसान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को कृषि भवन सभागार में बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उसका शीघ्र निस्तारण किया जाए। खासकर कृषि, सिंचाई व बिजली विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से किसान भाइयों की बातों का ख्याल रखने का निर्देश दिया।
बैठक में किसान अखिलेश सिंह सहित अन्य किसानों ने जनपद में अभी तक मंसूर,चना का क्रय केंद्र न खुलने का मामला उठाया और कहा कि जनपद के बहुत से किसान अपनी फसल नहीं बेच सके हैं। इस पर जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ, नैफेड और पीसीएफ के अधिकारियों से सवाल जवाब किया तो बताया गया कि जनपद में पीसीएफ ही इन फसलों की खरीद करती है। जिलाधिकारी ने पीसीएफ के एमडी से फोन पर बात की और संबंधित अधिकारी को अगले तीन-चार दिन में क्रय केंद्र खोलने का निर्देश दिया। किसानों द्वारा एक मामला उठाया गया कि बहुत से किसानों का घर टाउन एरिया में पड़ता है लेकिन खेती वे ग्रामीण क्षेत्रों में करते हैं जिससे फ्री ट्यूबवेल की सब्सिडी का लाभ उन्हें नहीं मिल पाता है। इस पर जिलाधिकारी ने शासन स्तर पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। किसान ब्रह्मानंद तिवारी ने बताया कि बारिश के कारण उनकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई, एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा इसका सर्वे भी कराया गया लेकिन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ अब तक नहीं मिला है। इस पर जिलाधिकारी ने एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के एजेंट को अब तक जनपद में कराए गए सारे सर्वे रिकॉर्ड और कितने किसानों को इस योजना से लाभान्वित किया गया,की रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी के यहां प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
एक किसान द्वारा बताया गया कि मनियर बांसडीह मार्ग पर दहताल में पानी जमा हो जाने से आस पास के किसानों का 500 से 1000 हेक्टेयर की एक सीजन की फसल का नुकसान होता है। यदि सिंचाई विभाग द्वारा वाटर लिफ्टिंग लगाकर इसके पानी को घाघरा में ट्रांसफर करवा दिया जाए तो किसानों का भला हो जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को अपने स्तर और शासन स्तर पर कार्रवाई कर किसानों की समस्या को निस्तारित कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा कुछ किसानों ने नई वेइंग मशीन के द्वारा राशन वितरण में अंगूठे ना लगने, निःशुल्क बीज वितरण, आगामी सीजन के लिए उर्वरक स्टॉक, बिजली विभाग से कनेक्शन, ग्रीन फील्ड के आसपास भूमि वितरण के संबंध में और निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से नये उद्योग लगाने संबंधी आने वाली विभिन्न समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया और उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को अगली बैठक से पहले सभी का समुचित निराकरण कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी बैठक के दौरान किसानों ने अपनी समस्याएं रखी है, उसकी अगली बैठक से पहले तक समाधान करके आएँ, तभी इस किसान दिवस की बैठक सार्थकता सिद्ध होगी। अन्य किसानों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया, जिसके समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज,उप निदेशक कृषि मनीष सिंह, जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति सहित अन्य संबंधित अधिकारी व जनपद के किसान भाई मौजूद थे।