बाँदा। डीएम कालोनी के पास स्थित पंकज नाला में अभी तक सफाई का काम नहीं हुआ है। यह शहर का प्रमुख नाला है।मानसून से पहले यह नाला अगर पूरी तरह साफ नहीं हुआ तो चोक होने से जलभराव की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता है। बुंदेलखंड में अगले 10 दिन में मानसून आगाज का पूर्वानुमान है।ज नपद में 45 नाले हैं। इनको साफ करने के लिए 15 जून तक की समय सीमा तय थी। आधे नाले भी पूरी तरह साफ नहीं हो पाए हैं। इससे तय है कि आधी-अधूरी सफाई, इस मानसून में फिर शहर को गंदे पानी में डुबोएगी।
बारिश का पानी नाले-नालियों से आसानी से निकलने और शहर में जलभराव की स्थिति न बनने पाए। इसके लिए हर साल मानसून के आगाज से पहले शहरी क्षेत्र के सभी नाला-नालियों की सफाई कराई जाती है। इस बार यह कार्य 23 मार्च से शुरू हुआ।15 जून तक सभी नाले साफ किए जाने के लिए नपा ने मशीनों के साथ करीब 100 कर्मचारी लगाए।
मौजूदा स्थिति यह है कि तय समय बीतने के बाद भी छोटे-बड़े कुल 45 नालों में आधे से कम 18 की ही सफाई हो पाई है।27 नालों की सफाई का काम अब भी बाकी है। सफाई निरीक्षक का दावा है कि मानसून के आगाज से पहले सभी नाला-नालियां पूरी तरह साफ कर ली जाएंगी। कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।जीआईसी ग्राउंड किनारे से निकला नाला गंदगी से पटा पड़ा है।नाले की सफाई का कार्य भी अब तक पूरा नहीं है। वहीं, जिन नालों को साफ किया जा चुका है।उन नालों की आधी-अधूरी ही सफाई हुई है।नतीजतन,बारिश में जलभराव की स्थिति से जूझना तय है।