डीएम बंगले के सामने ले रहा था रिश्वत, किसान से मांगी थी पांच हजार रुपए घूस
बाराबंकी। दाखिल खारिज कार्य में रिपोर्ट लगाने के नाम पर किसान से पांच हजार रूपए घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार की शाम को तहसील के सामने एक होटल से लेखपाल को गिरफ्तार कर उसे कोतवाली ले जाया गया। जहां निरीक्षक ने थाना में आरोपी लेखपाल और पीड़ित किसान को बैठाकर लिखा पढ़ी की और लेखपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के साथ अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया। वहीं, अचानक हुई इस कार्रवाई से लेखपालों में हड़कंप मचा है। कोतवाली के बाहर भारी संख्या में लेखपाल जमे रहे। अधिकारियों के अनुसार लेखपाल को अब सस्पेंड कर दिया जाएगा। घटना सिविल लाइन स्थित जिलाधिकारी बंगले के सामने मंगलवार शाम की है, जहां नवाबगंज तहसील के भयारा क्षेत्र में तैनात लेखपाल मनोज कुमार सिंह ने एक स्थानीय होटल पर किसान से भूमि संबंधी दाखिल खारिज की रिपोर्ट लगवाने के नाम पर पचास हजार रुपए की मांग की थी। जिसकी पहली किस्त के नाम पर पांच हजार रुपए लिए जा रहे थे। तभी एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। बताते चलें कि पीड़ित किसान की भूमि का दाखिल खारिज करने के लिए लेखपाल ने 50 हजार रुपए की मांग की थी। रिश्वत न मिलने के चलते आरोपी लेखपाल करीब पांच माह से फाइल पर रिपोर्ट नहीं लगा रहा था। किसान जब भ्रष्ट लेखपाल की शिकायत अधिकारियों के चक्कर लगाते लगाते परेशान हो गया तो वह अयोध्या मंडल पहुंच गया और एंटी करप्शन पुलिस को शपथ पत्र के साथ तहरीर दी। मंगलवार को एंटी करप्शन निरीक्षक राय साहब द्विवेदी अपने टीम के साथ तहसील परिसर पहुंचे। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी राय साहब द्विवेदी ने बताया कि बाराबंकी शहर कोतवाली में लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के साथ 13/2 की धारा में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में लिया गया है।