हमीरपुर : खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में हुए भीषण विस्फोट में गंभीर रूप से झुलसे तीन साल के मासूम की मौत के चौबीस घंटे के बाद उसके पिता ने भी दम तोड़ दिया। पिता को सोमवार की शाम कानपुर से पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया था। जहां देर रात उसकी मौत हो गई।
शहर के पुराना बेतवा घाट मोहल्ला निवासी रमेश धुरिया के मकान में बीते रविवार की शाम करीब 8.30 बजे के आसपास खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ था। जिससे मकान की दीवार ढह गई थी और आग लग गई थी। इस घटना में रमेश की 28 वर्षीय गर्भवती बहू राजकुमारी उर्फ रन्नो पत्नी शारदा, 26 वर्षीय पुत्र नवल, तीन वर्षीय नाती देवांश बुरी तरह से झुलस गए थे। पड़ोस के भी तीन लोग आग और मलबे की चपेट में आकर घायल हुए थे। घटना वाले दिन चार लोगों को कानपुर रेफर किया गया था, जहां नवल के पुत्र देवांश की मौत हो गई थी। कानपुर से सोमवार को नवल और उसकी गर्भवती भाभी राजकुमारी को पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया था, जहां देर रात नवल ने भी दम तोड़ दिया। इस खबर से मृतक के घर कोहराम मच गया है। पड़ोस में भी शोक की लहर दौड़ गई है। वही उसकी भाभी की हालत नाजुक बताई जा रही है