100 दिन बाद कब्र से निकाला गया किशोरी का शव

-13 मार्च को घर के बरामदे में फंदे से लटका मिला था किशोरी का शव

उन्नाव। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने किशोरी का शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में मौत की वजह और दुष्कर्म की पुष्टि न होने पर विसरा सुरक्षित करते हुए दो स्लाइड बनाई गई हैं।

माखी थानाक्षेत्र के एक गांव में बीते 13 मार्च को 17 साल की किशोरी का शव उसके ही घर के बरामदे में फंदे से लटका मिला था। कुछ दिनों बाद मृतक किशोरी की मां ने न्यायालय में प्रार्थनापत्र देकर आरोप लगाया था कि 13 मार्च 2024 को नाबालिग बेटी घर पर अकेली थी। इसी दौरान अचलगंज थानाक्षेत्र रिठनई निवासी अनीत, सफीपुर फदलापुर के विनीत, संदीप. गोसाईखेड़ा के पप्पू और रामजी ने घर में घुसकर बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसके बाद शव उसी के दुपट्टे से फंदे पर लटका दिया था। पुलिस ने पंचनामा भर बिना पोस्टमार्टम कराए शव दफन करवा दिया था।

मामले की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने 23 अप्रैल को सभी आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज करने और शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया था। पुलिस ने 17 मई को पांचों आरोपियों पर हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, घर में घुसकर मारपीट और धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज की थी। शनिवार को संयुक्त विशेष अभियोजन रामकिशोर पांडेय, सफीपुर एसडीएम नवीनचंद्र, सीओ ऋषिकांत शुक्ला की मौजूदगी में मजदूर व जेसीबी की मदद से शव कब्र से निकालकर पैनल में शामिल जिला अस्पताल के डॉ. अमित श्रीवास्तव और मोहान न्यू पीएचसी के डॉ. शोएब निसार ने वीडियोग्रॉफी के बीच पोस्टमार्टम किया। मौत कारण और दुष्कर्म की पुष्टि न होने पर विसरा सुरक्षित करने के साथ, सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि के लिए दो स्लाइड बनाई हैं।


सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि शव का पैनल और वीडियोग्रॉफी के बीच पोस्टमार्टम कराया गया है। विसरा और स्लाइड की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

Related Articles

Back to top button